चीनी स्टार्टअप का DeepSeek एआई मॉडल: अमेरिकी और भारतीय बाजारों में हड़कंप(Chinese startup's DeepSeek AI model: American and Indian markets in turmoil)
1/28/2025
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नई दिल्ली: चीनी स्टार्टअप ने अपनी नवीनतम टेक्नोलॉजी, DeepSeek नामक एआई मॉडल को लॉन्च करके दुनिया भर में तहलका मचा दिया है। इस नए एआई मॉडल ने खासकर अमेरिकी बाजार में हलचल मचाई है, और इसके लॉन्च होने के बाद से कई प्रमुख टेक कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई है।
DeepSeek R1 मॉडल ने अमेरिकी बाजार में दबदबा बना लिया है, और इसने विशेष रूप से उन कंपनियों के लिए संकट खड़ा कर दिया है जो एआई क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा कर रही थीं। इसके परिणामस्वरूप, भारतीय बाजार में लिस्टेड कुछ कंपनियों के शेयर की कीमतों में पिछले 2 से 3 कारोबारी सत्रों के दौरान 50% तक की गिरावट देखी गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि DeepSeek R1 का असर एआई क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा की स्थिति को और भी तेज कर सकता है, और यह अमेरिकी और भारतीय दोनों बाजारों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। एआई तकनीकी में यह एक नया मुकाम साबित हो सकता है, जहां चीनी कंपनियों ने एक बार फिर अपनी ताकत को साबित किया है।
इस घटना ने निवेशकों को एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि एआई में बदलावों के साथ कैसे सामंजस्य बैठाया जाए। बाजार में इस तरह की अस्थिरता और प्रतिस्पर्धा के कारण कंपनियों को अपनी रणनीतियों को फिर से समीक्षा करने की आवश्यकता हो सकती है।
क्या DeepSeek R1, एआई क्षेत्र में अगले बड़े बदलाव का संकेत है? यह सवाल अब सबके दिमाग में है, और आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मॉडल का प्रभाव पूरे वैश्विक बाजार पर कैसे पड़ता है।
एप्लिकेशन की वैश्विक सफलता ने न केवल अमेरिकी निवेशकों को चिंतित किया है, बल्कि अमेरिकी सरकार भी इसे लेकर सतर्क हो गई है। टेक कंपनियों के शेयरों में आई गिरावट ने यह साबित कर दिया है कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा, खासकर चीन से, अब वैश्विक बाजार में एक गंभीर चुनौती बन चुकी है।
इस घटनाक्रम ने एआई और डिजिटल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नया मोड़ लाया है, और अमेरिका सहित अन्य देशों के लिए यह एक संकेत हो सकता है कि उन्हें अब इन बदलावों के साथ तालमेल बैठाने के लिए और भी तेजी से कदम उठाने होंगे।
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