नई दिल्ली। अधिकारियों ने बताया कि देश में बैठकों, सम्मेलनों और प्रदर्शनियों की मेजबानी के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार करना पीएम मोदी का दृष्टिकोण है. उन्होंने कहा कि द्वारका में यशोभूमि से इसे बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि 8.9 लाख वर्ग मीटर से अधिक के परियोजना क्षेत्र और 1.8 लाख वर्ग मीटर से अधिक कंस्ट्रक्टेड एरिया में फैला यह दुनिया की सबसे बड़ी MICE (बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियां) सुविधाओं में शुमार होगा.
*इन सुविधाओं से होगा लैस*
73 हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में बने इस कन्वेंशन सेंटर में मुख्य सभागार, ग्रैंड बॉलरूम सहित 15 कन्वेंशन हॉल और 13 मीटिंग हॉल शामिल हैं, जिनकी कुल क्षमता 11,000 प्रतिनिधियों की है. कन्वेंशन सेंटर में देश की सबसे बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी.
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मुख्य सभागार में होगी 6000 मेहमानों की क्षमता*
कन्वेंशन सेंटर के मुख्य सभागार में लगभग 6,000 मेहमानों की बैठने की क्षमता है. ऑडिटोरियम में लकड़ी का फर्श होगा. साथ ही ऑटोमैटिक चेयर लगी होंगीं. इसके साथ ही ऑडिटोरियम की दीवारों पर साउंड पैनल लगाए जाएंगे, जो कि आगंतुकों को विश्व स्तरीय अनुभव प्रदान करेंगे.
*ग्रैंड बॉलरूम में 2500 मेहमान बैठ शिरकत कर सकेंगे*
कन्वेंशन सेंटर में पैटल सीलिंग की भव्यता लिए हुए ग्रैंड बॉलरूम होगा, जिसमें 2,500 मेहमान एक समय में शिरकत कर सकेंगे. इसमें एक बड़ा ओपन एरिया भी होगा, जिसमें 500 लोग बैठ सकते हैं. आठ मंजिला में फैले 13 मीटिंग हॉल में विभिन्न स्तरों की बैठकें आयोजित की जा सकेंगी.
*प्रदर्शनी हॉल की ये हैं खासियतें*
यशोभूमि दुनिया के सबसे बड़े प्रदर्शनी हॉलों में से एक होगा. 1.07 लाख वर्ग मीटर से अधिक एरिया में बने इन प्रदर्शनी हॉलों का उपयोग प्रदर्शनियों, व्यापार मेलों और व्यावसायिक कार्यक्रमों की मेजबानी के लिए किया जाएगा.
*लाइटिंग के लिए अपनाई ये तकनीकी*
तांबे की छत के साथ विशिष्ट रूप से डिज़ाइन किया गया है. इसमें रोशनदानों के माध्यम से रोशनी आएगी. इस फोयर में मीडिया रूम, वीवीआईपी लाउंज, क्लोक सुविधाएं, आगंतुक सूचना केंद्र, टिकटिंग जैसे विभिन्न सहायता क्षेत्र होंगे.
*यशोभूमि में क्या होगा खास?*
इसमें टेराज़ो फर्श के रूप में भारतीय संस्कृति से प्रेरित सामग्री और वस्तुओं शामिल हैं, इसमें पीतल की जड़ाई और रंगोली पैटर्न को शामिल किया जाएगा. चमकती दीवारें, आवाज की गूंज को कंट्रोल करने वाले उपकरण इसे खास बनाएंगे. यशोभूमि में 100% अपशिष्ट जल के पुन: उपयोग, वाटर हार्वेस्टिंग, सौर पैनलों के साथ अत्याधुनिक अपशिष्ट जल उपचार प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा.
*नई दिल्ली से यशोभूमि तक मेट्रो से 21 मिनट का समय लगेगा*
द्वारका सेक्टर 25 में नए मेट्रो स्टेशन के उद्घाटन के साथ यह दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन से भी जुड़ जाएगा. अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली मेट्रो एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर मेट्रो ट्रेनों की परिचालन गति को 90 किमी/घंटा से बढ़ाकर 120 किमी/घंटा करेगी, जिससे यात्रा का समय कम हो जाएगा. नई दिल्ली से यशोभूमि द्वारका सेक्टर 25 तक की यात्रा में लगभग 21 मिनट लगेंगे।