रोज़गार क्षमता बढ़ाने के लिए श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय और ज़ेप्टो के बीच एमओयू
9/25/2025
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नई दिल्ली, 26 सितम्बर।
राष्ट्रीय करियर सेवा (एनसीएस) पोर्टल पर युवाओं के लिए रोज़गार के अवसरों और उनकी रोज़गार क्षमता को सशक्त बनाने की दिशा में आज श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय और ज़ेप्टो के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। यह हस्ताक्षर केंद्रीय श्रम एवं रोज़गार तथा युवा कार्य एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया की उपस्थिति में नई दिल्ली में सम्पन्न हुए।
इस अवसर पर डॉ. मंडाविया ने कहा कि एनसीएस प्लेटफ़ॉर्म नियोक्ताओं और नौकरी चाहने वालों के बीच एक अनूठे सेतु के रूप में स्थापित हो चुका है, जहाँ अब तक 52 लाख से अधिक नियोक्ता पंजीकृत हैं और लगभग 7.5 करोड़ रिक्तियाँ उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही एआई और डिजिटल टूल्स के माध्यम से पोर्टल को और मज़बूत किया जाएगा, जिससे युवाओं को उनकी योग्यता और स्थान के अनुसार उपयुक्त नौकरी
खोजने में आसानी होगी।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की सचिव सुश्री वंदना गुरनानी ने कहा कि यह साझेदारी औपचारिकीकरण और सामाजिक सुरक्षा कवरेज को और बढ़ावा देगी। एनसीएस एक व्यापक पोर्टल है, जो नौकरी-मिलान, करियर परामर्श और कौशल विकास जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराता है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह पहल सुरक्षित, दीर्घकालिक और गुणवत्तापूर्ण रोज़गार सृजन का मार्ग प्रशस्त करेगी।
ज़ेप्टो के सह-संस्थापक कैवल्य वोहरा ने कहा कि एनसीएस के साथ एकीकरण के लिए मंत्रालय के साथ साझेदारी पर उन्हें गर्व है। उन्होंने बताया कि इस सहयोग से गिग और पूर्णकालिक अवसर पैदा होंगे, जिससे भारत के युवाओं को सशक्त बनाने और देश की
वृद्धि में मदद मिलेगी।
समझौते के तहत ज़ेप्टो 10,000 रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएगा। यह पहल विशेषकर युवाओं, महिलाओं और पहली बार नौकरी चाहने वालों के लिए शहरी रोजगार के नए अवसर खोलेगी। इसके साथ ही गिग श्रमिकों को ई-श्रम पंजीकरण, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं और कौशल उन्नयन से जोड़ने का रास्ता भी प्रशस्त होगा।
गौरतलब है कि पिछले एक वर्ष में मंत्रालय ने अमेज़न, स्विगी, रैपिडो और क्विकर जॉब्स सहित कई प्रमुख कंपनियों के साथ भी एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। इन साझेदारियों के ज़रिए अब तक लगभग पाँच लाख रिक्तियाँ एनसीएस पोर्टल पर उपलब्ध कराई जा चुकी हैं।
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