पुलिस आयुक्त जे. रविन्दर गौड ने दिए कड़े दिशा-निर्देश, सुधार और पारदर्शिता पर विशेष बल (Police Commissioner J. Ravinder Gaud gave strict guidelines, special emphasis on reform and transparency)
4/19/2025
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गाजियाबाद, 18 अप्रैल 2025 – आज दिनांक 18.04.2025 को गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के परमजीत हॉल, पुलिस लाइन्स में एक महत्वपूर्ण गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी की अध्यक्षता पुलिस आयुक्त श्री जे. रविन्दर गौड ने की, जिसमें कमिश्नरेट के समस्त राजपत्रित अधिकारी एवं थाना प्रभारियों ने भाग लिया।
गोष्ठी के दौरान श्री गौड ने कानून-व्यवस्था की सुदृढ़ता, जनसुनवाई की पारदर्शिता और पुलिस कार्यप्रणाली में सुधार हेतु कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि सभी निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए।
मुख्य निर्देशों में शामिल थे:
1. एफआईआर की प्रति वादी को घर पर भेजना अनिवार्य होगा।
2. अवैध गतिविधियों जैसे सट्टा, जुआ, अवैध शराब, खनन एवं भूमि कब्जे पर शून्य सहनशीलता रहेगी। संबंधित थाना प्रभारी पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
3. शिकायती पत्रों पर 24 घंटे के भीतर व्यक्तिगत संपर्क आवश्यक होगा।
4. बीट प्रणाली को और मजबूत बनाया जाएगा।
5. विवेचना में किसी भी प्रकार का संशोधन वरिष्ठ अधिकारियों की अनुमति से ही होगा।
6. सत्यापन प्रक्रियाएं पारदर्शी होंगी और संबंधित पुलिसकर्मी मौके पर जाकर जांच करेंगे।
7. फरियादियों से शिष्टाचारपूर्ण व्यवहार, बैठाकर पानी पिलाना तथा उचित समाधान देना अनिवार्य होगा।
8. वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं, बच्चों, दिव्यांगों और गरीबों के साथ दुर्व्यवहार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
9. गुंडा एक्ट व निरोधात्मक कार्यवाही तथ्यों और साक्ष्यों के आधार पर ही होगी।
10. जनप्रतिनिधियों और समाज के गणमान्य लोगों से संवाद बढ़ाने पर जोर।
11. प्रत्येक थाना प्रभारी प्रतिदिन 10:00 से 14:00 बजे तक जनता से मिलेंगे और समस्याओं का समाधान करेंगे।
12. प्राप्त सभी सूचनाओं पर एफआईआर दर्ज की जाएगी, जीरो एफआईआर भी संबंधित थाना/राज्य को भेजी जाएगी।
13. पुलिस कर्मियों द्वारा रिश्वत लेने पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
14. क्रॉस तहरीर की जांच के बाद ही एफआईआर दर्ज की जाएगी।
पुलिस आयुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि इन निर्देशों का उल्लंघन करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। यह गोष्ठी कानून व्यवस्था को जन-हितैषी एवं उत्तरदायी बनाने की दिशा में एक ठोस पहल मानी जा रही है।
- संवाददाता
गाजियाबाद
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