"भारतीय संस्कृति के पुनर्स्थापना का दिन है 22 जनवरी, यह राष्ट्रमन्दिर के निर्मित होने का दिन है"
सोमवार को अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा के बाद लोनी में जगह-जगह लोगों ने भगवान श्री राम के पुनःप्राणप्रतिष्ठा के बाद रामायण पाठ, सुंदर कांड, भंडारे, शोभा यात्रा, मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम, राम दरबार की झांकियों, कीर्तन आदि का आयोजन किया। इस दौरान पूरी लोनी राममय झंडों से पटी हुए भगवामय नजर आई।
लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर भी दर्जनों स्थानों ग्राम गनोली, चिरोड़ी, खड़खड़ी, राम विहार, गढ़ी कटैया, उत्तरांचल सोसाइटी, जैन कॉलोनी, खानपुर, नवादा आदि स्थानों पर आयोजित धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल हुए। इस दौरान विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने सोसाइटी में सभी रामभक्तों के साथ अयोध्या से राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखा। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा यह हमारे लिए, हर सनातनी के लिए भावुक क्षण है क्योंकि 500 वर्षों के बाद रामलला रामसेवकों के लंबे संघर्ष, बलिदान और त्याग के बाद अपने मंदिर में विराजमान हुए है, ऐसा उदाहरण कहीं नहीं है जब किसी देश की बहुसंख्यक आबादी को अपने आराध्य को उनका अधिकार दिलाने के लिए 5 पीढ़ियों का बलिदान देना पड़ा। आज मैं कारसेवकों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिनके अमर बलिदान से आज यह शुभ दिन आया है। यह भारतीय संस्कृति के पुनर्स्थापना का दिन है यह राष्ट्रमन्दिर के निर्मित होने और भारत के विश्वगुरु बनने का मार्ग प्रशस्त करने का दिन है।