अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर ‘योगमय’ हुई लोनी, विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने लोनी इंटर कॉलेज में क्षेत्रवासियों के साथ किया योग, कहा विश्व को दिया भारत का अनमोल तोहफा है योग, सभी करें योग तभी रहेंगे निरोग (Loni became 'Yogmay' on International Yoga Day, MLA Nandkishore Gurjar did yoga with the residents of Loni Inter College, said Yoga is India's precious gift to the world, everyone should do yoga only then they will remain healthy)
6/21/2023
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लोनी। (प्रमोद गर्ग अनूप शर्मा ) बुधवार को लोनी के इंटर कॉलेज समेत पूरी लोनी में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । योग कार्यक्रमों में लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर, भाजपा संगठन, सामाजिक कार्यकर्ता, आरडब्ल्यूए, स्कूली छात्रों, स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने बड़े ही उत्साह के साथ प्रतिभाग किया। लोनी इंटर कॉलेज में युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित योग कार्यक्रम में लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने स्वंय योग कार्यक्रम में शामिल होकर क्षेत्रवासियों को योग से जुड़ने की अपील की। इस दौरान तड़ासन, त्रिकोणासन, भुजंगासन, सुखासन और सूर्य नमस्कार के जरीए शरीर का स्वस्थ्य और चुस्त रखने का संदेश दिया गया।
दैनिक दिनचर्या में शामिल करें योग, विश्व को योग के जरिये भारत ने किया एकजुट- विधायक नंदकिशोर गुर्जर:लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर स्वंय योग के कई आसनों के जानकार और योग को दैनिक जीवन में शामिल करने वाले जनप्रतिनिधियों में से एक है। लोनी इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में योगप्रेमियों को संबोधित करते हुए विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि योग आदि अनादि काल से भारतीय परंपरा एवं संस्कृति का हिस्सा रहा है। भगवान महादेव को आदि योगी कहा गया है। समय-समय पर संतो और मनीषियों ने योग को आगे बढ़ाया और इसका प्रचार किया। आज देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के अथक प्रयास से पूरा विश्व योग को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मना रहा है। यह भारतीय संस्कृति एवं परंपरा के पुर्नस्थापना का काल है और यह संकेत है कि भारत विश्व गुरू देश के रूप में आज अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहा है और योग के माध्यम से विश्व को एकजुट करने में भारत ने अग्रणी भूमिका निभाई है। योग भारत द्वारा विश्व को दिया गया एक अनुपम भेंट है। आज के व्यस्त जीवन में लोगों को प्रातः काल उठना चाहिए और योग को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए।
श्रीमद्भागवत गीता में तो कई प्रकार के योगों का उल्लेख किया गया है। भगवद गीता का पूरा छठा अध्याय योग को समर्पित है। योग के साथ हमें वातावरण को भी स्वच्छ रखने के लिए संकल्प लेना चाहिए, भूजल को प्रदूषित करने और प्रदूषण फैलाने से हम सभी को बचना चाहिए। अधिक से अधिक संख्या में वृक्षारोपण करें क्योंकि एक स्वच्छ वातावरण ही एक स्वस्थ शरीर का मूल आधार है।
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