दिल्ली। एंटी क्राइम ब्रांच सनलाइट कॉलोनी की टीम ने करीब 80 से 100 किलोमीटर के दायरे में लगे 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को खंगालने के बाद चैबिस घंटे के अन्दर मुथूट फिनकॉर्प में दिनदहाड़े सनसनीखेज लूट की वारदात को अंजाम देने वाले मास्टरमाइंड सहित चार बदमाशों को धर दबोचा है।
इस गैंग का मास्टरमाइंड अनपढ़ और आदतन अपराधी है यह ज्यादातर दिनदहाड़े डकैती की वारदातों को ही अंजाम देता है। इसेे कई बार गिरफ्तार भी किया जा चुका है। लेकिन यह अपनी आदत से बाज नहीं आता है। हाल ही में यह मेरठ जेल से बाहर आया था।
कुछ दिन पहले इसने पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार इलाके के मुथूट फिनकॉर्प में अपने तीन साथियों के साथ मिलकर हथियार दिखाकर ब्रांच में रखे 3 करोड सात लाख़ रुपये का सोना लूटने का प्रयास किया था, लेकिन ब्रांच मैनेजर ने सूझबूझ दिखाकर जेब में रखे सिक्योरिटी रिमोट को चुपके से दबा दिया था। अलार्म बजते ही बदमाश भाग खड़े हुए थे।
गिरफ्तार बदमाशों की पहचान मेरठ निवासी 24 वर्षीय गैंग का मास्टरमाइंड अमीर उर्फ त्यागी, मेरठ निवासी 40 वर्षीय तालिब, खुरेजी खास दिल्ली निवासी सिराजुद्दीन उर्फ सिराज व मथुरा निवासी 21 वर्षीय त्रिपेश कुमार उर्फ परवेश के रूप में हुई है।
इनके पास से तीन देशी पिस्तौल, आठ जिंदा कारतूस, दो मोटरसाइकिल, दो लूटे गए मोबाइल व एक खिलौना पिस्तौल बरामद किए गए हैं।
दिन दहाड़े हुई लूट की वारदात ने दिल्ली पुलिस की नींद उड़ा दी थी। बेहद गंभीर मामला होने के चलते राजेश देव, डीसीपी क्राईम ने बदमाशों को दबोचने के लिए सुशील कुमार एसीपी, एंटी एक्सटॉर्शन एंड किडनैपिंग सेल क्राइम ब्रांच सनलाइट कॉलोनी की सुपरविजन व इंस्पेक्टर अमित प्रकाश के नेतृत्व में एसआई मनोज, एएसआई प्रमोद, मोहम्मद तालीम, रोहित सोलंकी, हैड कांस्टेबल योहिन्दर सिंह, गुरविंदर, तेज प्रताप, सोमेश और कांस्टेबल अनुज की एक क्रैक टीम का गठन किया।
पांच जुलाई को सुबह साढ़े दस बजे हथियारों से लैस चार बदमाश विकास मार्ग स्थित मुथूट फिनकॉर्प की प्रीत विहार ब्रांच में घुसे। ब्रांच में घुसते ही बदमाशों ने गन पॉइंट पर छप्पन हजार रूपये लूट लिये थे। बदमाशों ने मुथूट फिनकॉर्प के स्ट्रांग रूम में पड़े सोने के सामानों को भी लूटने की कोशिश की। स्ट्रांग रूम में 3 करोड सात लाख रूपये का सोना रखा हुआ था। इसके बीच अपनी जान की परवाह किये बिना ब्रांच मैनेजर दीपक ने सूझबूझ दिखाकर जेब में रखे सिक्योरिटी रिमोट को चुपके से दबा दिया था। सिक्योरिटी सिस्टम जोर जोर से बजने लगा इससे बदमाश घबरा गये और मौके से फरार हो गये थे।
इंस्पेक्टर अमित प्रकाश की टीम ने क्राइम सीन के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो पता चला की दो मोटरसाइकिलों पर चार लोगों ने वारदात को अंजाम दिया था।
जिस रूट से बदमाशों के भागने की आशंका थी जाँच टीम ने उस रूट पर पड़ने वाले सभी कॉर्नर्स, मल्टीप्ल टर्न्स, मकानों, दुकानों, बस स्टॉप और रेड लाइट पर लगे सीसीटीवी फुटेजों को खंगाला।
क्राइम सीन से करीब 80 से 100 किलोमीटर के दायरे में लगे 500 से अधिक एक एक सीसीटीवी कैमरे को खंगालते खंगालते जाँच टीम बदमाशों की तलाश में मेरठ तक पहुँच गई। तहसील मवाना जिला मेरठ से आगे के सीसीटीवी फुटेजों में बदमाश दिखाई नहीं दे रहे थे इससे जाँच टीम ने अंदाजा लगा लिया की आरोपी मेरठ की तहसील मवाना में ही कहीं छुपे हुए हैं।
टीम ने आरोपियों की पहचान के लिए मेरठ में डेरा डाल लिया। टीम ने मेरठ की तहसील मवाना से दिल्ली आने जाने वाले लोगो पर टेक्निकल सर्विलांस से नजर रखनी शुरू कर दी। 2500 से अधिक नंबरों के डैम डाटा को स्कैन किया। मेरठ में मुखबिरों का जाल बिछाया। टीम के कुछ सदस्य सादी बर्दी में मेरठ के हर शहर व गांव की हर एक गली में घूम घूमकर आरोपियों को खोजने का प्रयास कर रहे थे।
मेरठ में घुमते घुमते टीम के हैड कांस्टेबल योहिन्दर सिंह को मुखबिरों से पता चला की मेरठ की तहसील मवाना का अमीर उर्फ त्यागी नामका व्यक्ति आदतन अपराधी है और डकैती जैसी वारदातों को अंजाम देता रहता है। जोकि हाल ही मे जेल से बाहर आया है।
इंस्पेक्टर अमित प्रकाश ने सस्पेक्ट अमीर उर्फ त्यागी की जांच की तो पता चला की सेम मोडस ऑपरेंडी से इसने पहले भी कई वारदातों को अंजाम दे रखा है।
इंस्पेक्टर अमित प्रकाश ने सस्पेक्ट अमीर उर्फ त्यागी के घर छापेमारी की तो पता चला की वारदात वाले दिन से ही आरोपी अपना मोबाईल बंद करके फरार है।
इंस्पेक्टर अमित प्रकाश ने सस्पेक्ट अमीर उर्फ त्यागी को दबोचने के लिए दिल्ली एनसीआर में मुखबिरों का जाल बिछा दिया।
दिनांक सात जुलाई को इंस्पेक्टर अमित प्रकाश की टीम के हैड कांस्टेबल योहिन्दर सिंह को मुखबिरों से टिप मिली की दो दिन पहले मुथूट फाइनेंस में दिनदहाड़े डकैती में शामिल दो एक्टीव अपराधी आश्रम चैक से होकर बारापुल्ला फ्लाइओवर के रास्ते एम्स के पास एक और वारदात को अंजाम देने आ रहे है।
इनफार्मेशन मिलती ही इंस्पेक्टर अमित प्रकाश की टीम ने आश्रम चैक से किलोकरी रोड़ होते हुए गुरूद्वारा बाला साहिब और बारापुल्ला फ्लाइओवर पर चढ़ने वाले लूप पर जाल बिछाया।
लगभग सात बजकर चालीस मिनट पर टीवीएस अपाचे मोटरसाइकिल पर सवार दो संदिग्ध आते दिखाई दिए। मुखबिर के इसारा करने पर टीम ने दोनों संदिग्धों को रूकने का इशारा किया लेकिन पुलिस टीम को देखकर दोनों संदिग्धों ने बाईक यूटर्न लेकर भागने की कोशिश की। लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस टीम ने दोनों संदिग्धों को घेरकर दबोच लिया।
पूछताछ में दोनों संदिग्धों की पहचान जिला मेरठ निवासी 24 वर्षीय आमिर उर्फ त्यागी व 40 वर्षीय तालीब के रूप में हुई। तलाशी लेने पर आरोपियों के पास से एक देशी पिस्तौल, तीन जिन्दा कारतूस बरामद किये गये। जांच करने पर आरोपियों के पास से मिली टीवीएस अपाचे मोटरसाइकिल पलवल से चोरी की मिली।
सख्ती से पूछताछ करने पर दोनों आरोपियों ने अपने दो और साथियों के साथ मिलकर मुथूट फिनकॉर्प में दिनदहाड़े डकैती डालने की बात कबूल कर ली।
गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस टीम ने दिनांक आठ जुलाई को वारदात में शामिल सिराजुद्दीन उर्फ सिराज को 20 एक्स, गली फाटक वाली, खुरेजी खास दिल्ली से दबोच लिया। सिराजुद्दीन उर्फ सिराज के पास से पुलिस टीम को एक देशी पिस्तौल व दो जिंदा कारतूस मिले।
सिराजुद्दीन उर्फ सिराज की निशानदेही पर पुलिस टीम ने वारदात में शामिल एक और साथी त्रिपेश कुमार को उसके घर से दबोच लिया। आरोपी त्रिपेश कुमार के पास से एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल व वारदात में पहने कपड़ो से भरा एक बैग बरामद हुआ।
वारदात का मास्टरमांइड 24 वर्षीय अमीर उर्फ त्यागी पुत्र उम्मेद खान निवासी ग्राम सोंदत्त, थाना किल्ला परीक्षित गढ़, तहसील मवाना, जिला मेरठ उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। यह एक आदतन अपराधी है और इसके खिलाफ पहले से ही 11 अपराधी मामले दर्ज है। यह अनपढ़ हैं और शुरुआत में ड्राइवर के रूप में काम करता था। शुरू शुरू में यह कई छोटे मोटे अपराध में शामिल हो गया और कई बार गिरफ्तार भी हुआ। उसके बाद बड़ा हाथ मारने के इरादे से दिनदहाड़े लूट की वारदातों को अंजाम देने लगा। हाल ही में यह मेरठ जेल से बाहर आया था।
दूसरा आरोपी मेरठ निवासी 40 वर्षीय तालिब पुत्र स्वर्गीय खालिद अनपढ़ है और एक निर्माण साइट पर मजदूर के रूप में काम करता है। यह अच्छा पैसा कमाने के लिए विदेश जाना चाहता था और इसके लिए वह सिराजुद्दीन उर्फ सिराज के संपर्क में आया। सिराजुद्दीन उर्फ सिराज ने जल्दी और आसान पैसे के लिए इसे इस अपराध में शामिल होने के लिए राजी किया। इसके खिलाफ पहले से तीन अपराधिक मामले दर्ज हैं।
तीसरा आरोपी सिराजुद्दीन उर्फ सिराज पुत्र स्वर्गीय जमालुद्दीन निवासी 20 एक्स, गली फाटक वाली, खुरेजी खास, दिल्ली का रहने वाला है। इसने 5वीं तक पढ़ाई की है। यह शादीशुदा है और इसके तीन बच्चे हैं। यह बेरोजगार है और अपनी आजीविका कमाने के लिए बकरी का दूध बेचने लगा। जल्दी और आसानी से पैसा कमाने के लिए उसने बैंक से लूटने की योजना बनाई और इस उद्देश्य के लिए वह पिछले छह महीने से योजना बना रहा था और तीन आरोपियों को अपने साथ जोड़ा था। इसके खिलाफ पहले से दो अपराधीक मामले दर्ज है।
चैथा आरोपी त्रिपेश कुमार उर्फ परवेश ने 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की है। यह अविवाहित और बेरोजगार है। यह जेल में सिराजुद्दीन के संपर्क में आया था। सिराजुद्दीन ने अपराध में शामिल होने के लिए इससे संपर्क किया था।