NCR को मिलेगी हाई-स्पीड सौगात: गुरुग्राम से ग्रेटर नोएडा तक दौड़ेगी ‘नमो भारत’ RRTS
12/21/2025
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₹15,000 करोड़ की मेगा परियोजना से बदलेगा NCR की यात्रा का भविष्य
नई दिल्ली / NCR।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में यातायात व्यवस्था को आधुनिक और तेज़ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। नमो भारत (Namo Bharat) नामक नया रेजिडेंटियल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) जल्द ही गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा को हाई-स्पीड रेल सेवा से जोड़ेगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को NCRTC (National Capital Region Transport Corporation) द्वारा विकसित किया जा रहा है।
इस परियोजना का उद्देश्य NCR के लाखों यात्रियों को तेज़, सुरक्षित और आरामदायक परिवहन सुविधा उपलब्ध कराना है, ताकि सड़क यात्रा में लगने वाला लंबा समय, ट्रैफिक जाम और रोज़मर्रा की थकान काफी हद तक कम हो सके।
📊 DPR को मिली मंजूरी, ₹15,000 करोड़ की लागत
नमो भारत RRTS परियोजना की Detailed Project Report (DPR) को मंजूरी दे दी गई है।
DPR के अनुसार—
🔹 परियोजना की अनुमानित लागत: ₹15,000 करोड़
🔹 कुल लंबाई: लगभग 61 से 65 किलोमीटर
🔹 निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना: दिसंबर 2026
🔹 परियोजना को पूरा होने में लगने वाला समय: 4.5 से 5 वर्ष
यदि सब कुछ तय कार्यक्रम के अनुसार रहा, तो यह परियोजना 2031 के आसपास पूरी हो सकती है।
🛤️ क्या होगा नमो भारत का रूट?
इस हाई-स्पीड RRTS का रूट NCR के प्रमुख शहरों को आपस में जोड़ेगा—
📍 गुरुग्राम के IFFCO Chowk से परियोजना की शुरुआत
📍 इसके बाद फरीदाबाद
📍 फिर नोएडा
📍 और अंत में ग्रेटर नोएडा (सूरजपुर)
सूरजपुर स्टेशन को एक महत्वपूर्ण इंटरचेंज हब के रूप में विकसित किया जाएगा, जहाँ से भविष्य में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) के लिए भी बेहतर कनेक्टिविटी संभव हो सकेगी।
🚉 प्रस्तावित स्टेशन: किन इलाकों को मिलेगा सीधा लाभ?
DPR के अनुसार, फिलहाल इस कॉरिडोर पर 6 प्रमुख स्टेशन प्रस्तावित हैं—
1️⃣ IFFCO Chowk – गुरुग्राम
2️⃣ सेक्टर 54 (गोल्फ कोर्स रोड) – गुरुग्राम
3️⃣ बाटा चौक – फरीदाबाद
4️⃣ सेक्टर 85/86 – फरीदाबाद
5️⃣ सेक्टर 142–168 – नोएडा
6️⃣ सूरजपुर – ग्रेटर नोएडा
➡️ आने वाले समय में यात्रियों की जरूरत को देखते हुए स्टेशनों की संख्या 9 तक बढ़ाई जा सकती है, जिससे और अधिक क्षेत्रों को सीधा लाभ मिलेगा।
⏱️ रफ्तार, फ्रीक्वेंसी और यात्रा का समय
नमो भारत RRTS को खास तौर पर हाई-स्पीड यात्रा के लिए डिजाइन किया गया है—
🚄 अधिकतम गति: 180 किलोमीटर प्रति घंटा
📈 ट्रेन की उपलब्धता: हर 5–7 मिनट में
⏱️ गुरुग्राम से ग्रेटर नोएडा की दूरी मात्र 1 घंटे में तय होगी
वर्तमान में यही सफर सड़क मार्ग से 2 से 2.5 घंटे या उससे अधिक समय लेता है।
📍 NCR को क्या-क्या फायदे मिलेंगे?
इस परियोजना से NCR को कई बड़े लाभ मिलने की उम्मीद है—
✅ शहरों के बीच तेज़ और समय-बचत वाली यात्रा
✅ सड़कों पर ट्रैफिक जाम में भारी कमी
✅ पार्किंग और प्रदूषण की समस्या से राहत
✅ व्यापार, उद्योग और रियल एस्टेट को बढ़ावा
✅ जेवर एयरपोर्ट तक बेहतर कनेक्टिविटी
⚠️ चुनौतियाँ भी कम नहीं
हालाँकि परियोजना बेहद लाभकारी है, लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी सामने आई हैं—
📌 करीब 41 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता
📌 लगभग 299 संरचनाएँ प्रभावित हो सकती हैं
📌 करीब 1,255 लोग या परिवार विस्थापन से प्रभावित हो सकते हैं
इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सामाजिक प्रभाव आकलन (Social Impact Assessment) किया जा रहा है और प्रभावित लोगों के लिए समाधान पर काम जारी है।
🔎 NCR के ट्रांसपोर्ट सिस्टम में ऐतिहासिक बदलाव
नमो भारत RRTS परियोजना NCR के परिवहन ढांचे में एक ऐतिहासिक बदलाव साबित हो सकती है।
यह न केवल गुरुग्राम और ग्रेटर नोएडा के बीच की दूरी को समय के लिहाज़ से कम करेगी, बल्कि दैनिक यात्रियों, छात्रों, कर्मचारियों और व्यापारियों के लिए जीवन को कहीं अधिक आसान बनाएगी।
👉 कुल मिलाकर, यह परियोजना आधुनिक, सुरक्षित और हाई-स्पीड सार्वजनिक परिवहन की दिशा में NCR का सबसे बड़ा कदम मानी जा रही है।
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