गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट ने IGRS रैंकिंग में नवंबर माह में किया टॉप: पारदर्शी और जवाबदेह पुलिसिंग की बड़ी उपलब्धि
12/09/2025
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पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद ने नवम्बर माह की IGRS (Integrated Grievance Redressal System) रैंकिंग में पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल कर एक बार फिर अपनी उत्कृष्ट कार्यप्रणाली और जनसेवा के प्रति प्रतिबद्धता को साबित किया है।
यह उपलब्धि पुलिस आयुक्त गाजियाबाद महोदय के प्रभावी नेतृत्व और समर्पित टीमवर्क का परिणाम है।
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✔ IGRS में शीर्ष स्थान – क्या है खास?
मुख्यमंत्री कार्यालय, लखनऊ द्वारा जारी मूल्यांकन रिपोर्ट में गाजियाबाद ने सभी श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
IGRS पोर्टल पर प्राप्त जनशिकायतों के समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण ने कमिश्नरेट को शीर्ष पर पहुँचाया।
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🔍 प्रमुख उपलब्धियाँ
1. सभी शिकायतों का समय से पूर्व निस्तारण
नवम्बर माह में IGRS पर प्राप्त सभी संदर्भ तय समय सीमा के भीतर निस्तारित किए गए।
किसी भी शिकायत को ‘डिफॉल्टर’ की श्रेणी में नहीं जाना पड़ा।
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2. 93.28% संतुष्टि दर — जनता का भरोसा और मजबूत
माह नवंबर में कुल 476 आवेदकों का फीडबैक लिया गया:
444 आवेदक संतुष्ट
32 असंतुष्ट
इस प्रकार संतुष्टि प्रतिशत 93.28% रहा, जो न्यूनतम आवश्यक 90% से कहीं अधिक है।
यह पुलिस की पारदर्शिता, संवेदनशीलता और तत्परता को दर्शाता है।
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3. सीएम कार्यालय द्वारा रैंडम जाँच में मिली ‘उत्कृष्ट’ रेटिंग
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा कमिश्नरेट गाजियाबाद के 11 संदर्भों की रैंडम जांच की गई।
सभी 11 मामलों में आख्या की गुणवत्ता उत्कृष्ट पाई गई।
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4. आवेदकों से सम्पर्क — 96.85% सफलता
476 मामलों में से:
461 आवेदकों से पुलिस ने सीधे संपर्क किया
मात्र 15 मामलों में संपर्क नहीं हो पाया
इससे 96.85% सम्पर्क दर दर्ज हुई, जो न्यूनतम मानक 95% से अधिक है।
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✔ ‘जनता से संवाद’ की नीतियाँ बनी सफलता की कुंजी
🟦 वादी संवाद दिवस — हर बुधवार
जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान और खुली बातचीत को बढ़ावा देने हेतु:
सभी थानों में वादी संवाद दिवस आयोजित
वादियों की शिकायतों को प्राथमिकता, पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ सुना जाता है
पुलिस-जनता के बीच भरोसे का रिश्ता मजबूत हुआ
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🟦 शिष्टाचार संवाद नीति
पुलिस आयुक्त महोदय द्वारा अधीनस्थ पुलिसकर्मियों के लिए विशेष शिष्टाचार नीति लागू:
‘तुम’ / ‘तू’ की जगह ‘आप’ का प्रयोग
महिला पीड़ितों की गोपनीयता की पूर्ण सुरक्षा
बच्चों के लिए चॉकलेट/टॉफी
सभी आगंतुकों से विनम्रता और सम्मानपूर्वक व्यवहार
इस नीति से पुलिस छवि और अधिक सकारात्मक बनी।
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🟦 अपराधियों की व्यापक निगरानी — अपराध रोकथाम में नई पहल
पिछले 10 वर्षों में लूट, डकैती, स्नैचिंग आदि में शामिल अपराधियों को थानों पर तलब किया गया।
जमानत पर चल रहे अपराधियों से व्यक्तिगत संपर्क।
अपराध न करने का लिखित व मौखिक आश्वासन लिया गया।
अपराध रोकथाम की दिशा में प्रभावी पहल।
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🟦 Citizen Centric Policing — जनता केंद्रित पुलिसिंग को बढ़ावा
पुलिस आयुक्त स्वयं थानों का निरीक्षण कर निम्न निर्देश देते हैं:
आगंतुकों से मृदुभाषीय व्यवहार
शिकायतों पर तात्कालिक कार्रवाई
निष्पक्ष और पारदर्शी विवेचना
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🟦 वैज्ञानिक विवेचना एवं मॉडर्न टेक्नोलॉजी का प्रयोग
आधुनिक तकनीक से जांच प्रक्रिया अधिक मजबूत
साक्ष्य-आधारित विवेचना से दोषसिद्धि दर में सुधार
FIR की धाराओं में संशोधन हेतु उच्च अधिकारियों से अनिवार्य अनुमोदन
इससे विवेचना प्रणाली और अधिक पारदर्शी, निष्पक्ष और विश्वसनीय बनी।
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✔ Citizen Charter के अंतर्गत जनहितकारी अभियान
अप्रैल 2025 में जारी सिटीजन चार्टर के आधार पर गाजियाबाद पुलिस ने कई अभियान चलाए:
FIR और पोस्टमार्टम रिपोर्ट की हाउस डिलीवरी
नकारात्मक फीडबैक पर पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिकायतों का त्वरित समाधान
फीडबैक सेल का गठन
इन अभियानों से जनता का पुलिस पर भरोसा और अधिक गहरा हुआ।
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निष्कर्ष: गाजियाबाद पुलिस की पारदर्शिता, जवाबदेही और संवेदनशीलता का प्रभावशाली मॉडल
IGRS रैंकिंग में प्रथम स्थान केवल एक उपलब्धि नहीं बल्कि यह दिखाता है कि—
पुलिस-जनता संवाद मजबूत हुआ है
शिकायतें समय पर और गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारित हो रही हैं
जनविश्वास बढ़ रहा है
पुलिसिंग अधिक वैज्ञानिक, पारदर्शी और मानव-केंद्रित हुई है
गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट ने जनता को आश्वस्त किया है कि भविष्य में भी इसी प्रकार उत्तरदायी, पारदर्शी और संवेदनशील पुलिसिंग जारी रहेगी।
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