रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का आतंकियों को दो टूक संदेश – "भारतीय सरज़मीं पर किया हर वार अब खाली नहीं जाएगा"(Defence Minister Rajnath Singh's clear message to terrorists - "Every attack on Indian soil will not go in vain")
4/24/2025
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📍 नई दिल्ली, 23 अप्रैल 2025 | संवाददाता विशेष
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए कायराना आतंकी हमले पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो लोग इस नापाक साजिश के पीछे हैं, उन्हें उनकी करतूतों का माकूल जवाब दिया जाएगा।
नई दिल्ली में भारतीय वायुसेना के मार्शल अर्जन सिंह की स्मृति में आयोजित व्याख्यान में रक्षा मंत्री ने कहा, "भारत एक प्राचीन और दृढ़ राष्ट्र है। हम किसी भी प्रकार के आतंक से डरने वाले नहीं हैं। आतंकियों के साथ-साथ उनके पीछे बैठे साजिशकर्ताओं को भी जवाब मिलेगा—और वह भी ऐसा जवाब जो उन्हें हमेशा याद रहेगा।"
🔴 देश की एकता और आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति
रक्षा मंत्री ने यह दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार आतंकवाद के प्रति ‘शून्य सहिष्णुता’ की नीति पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह के हमलों से देश की एकता और संप्रभुता को कोई चुनौती नहीं दे सकता।
उन्होंने हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, “धर्म को निशाना बनाकर किया गया यह हमला केवल अमानवीय ही नहीं, बल्कि समूची मानवता के खिलाफ है। मैं शहीदों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं और पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं।”
🛡️ भारतीय वायुसेना की गौरवगाथा और आत्मनिर्भर भारत की उड़ान
इस अवसर पर राजनाथ सिंह ने भारतीय वायुसेना के मार्शल अर्जन सिंह को याद करते हुए उन्हें देश का गौरव बताया। उन्होंने कहा, “अर्जन सिंह न सिर्फ एक योद्धा थे, बल्कि एक प्रेरणा थे। आज वायुसेना जिस ऊँचाई पर है, उसमें उनकी दृष्टि और नेतृत्व की बड़ी भूमिका है।”
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार किस प्रकार आत्मनिर्भरता की दिशा में रक्षा क्षेत्र को मजबूत कर रही है। रक्षा उत्पादन में पब्लिक-प्राइवेट भागीदारी से लेकर स्टार्टअप्स और MSMEs तक सभी की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया गया।
✈️ तकनीक और नवाचार से सुसज्जित होगी भविष्य की सेना
रक्षा मंत्री ने बताया कि देश में निर्मित तेजस लड़ाकू विमान, ध्रुव और प्रचंड हेलिकॉप्टर, ब्रह्मोस और आकाश जैसे आधुनिक हथियार भारतीय वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की प्रतिभा का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भारत न केवल अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करेगा, बल्कि रक्षा उपकरणों का वैश्विक निर्यातक भी बनेगा।
🚀 उभरते वैश्विक खतरे और भारत की रणनीतिक तैयारी
राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि 21वीं सदी में शक्ति का केंद्र एशिया की ओर स्थानांतरित हो रहा है और भारत इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में रणनीतिक भूमिका निभाने को तैयार है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम टेक्नोलॉजी, साइबर युद्ध और ड्रोन जैसी आधुनिक चुनौतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार हर मोर्चे पर तैयार है।
🔷 विशेष उपस्थिति
कार्यक्रम में नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह समेत तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी, सेवानिवृत्त वायुसेना अधिकारी, और रक्षा मंत्रालय के उच्च अधिकारी मौजूद रहे।
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