अंकुर विहार पुलिस ने टप्पेबाजी गिरोह का किया भंडाफोड़, चार गिरफ्तार (Ankur Vihar police busted a gang of pickpockets, four arrested)
3/26/2025
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गाजियाबाद। अंकुर विहार पुलिस ने चोरी और टप्पेबाजी की घटनाओं को अंजाम देने वाले एक शातिर गिरोह का खुलासा किया है। पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से चोरी के गहने, नकदी और वारदात में इस्तेमाल किया गया टैंपो बरामद किया है। गिरोह के दो अन्य सदस्य अभी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
18 मार्च 2025 को एक महिला ने थाना अंकुर विहार में शिकायत दर्ज कराई कि वह अस्पताल जाने के लिए ऑटो में सवार हुई थी। ऑटो चालक और उसमें पहले से मौजूद दो अन्य व्यक्तियों ने उसे झांसा दिया कि आगे कोरोना की चेकिंग हो रही है, इसलिए अपने गहने उतारकर सुरक्षित रख ले। महिला उनकी बातों में आ गई और अपने सोने के कुंडल, लॉकेट और 2200 रुपये बैग में रख लिए। इसके बाद आरोपियों ने बैग को पीछे रखने के बहाने ले लिया और कुछ ही देर में गहने और नकदी लेकर फरार हो गए।
शिकायत मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस ने चार आरोपियों को किया गिरफ्तार
26 मार्च 2025 को पुलिस टीम ने गढ़ी कटैय्या गांव के पास से गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान इस प्रकार है—
1. अमित कश्यप (40) – निवासी खिचड़ीपुर, दिल्ली
2. नूर इमाम (34) – निवासी अंसार विहार, गाजियाबाद
3. वीरेंद्र बंसल (38) – निवासी मुकुंद विहार, करावल नगर, दिल्ली
4. प्रमोद (41) – निवासी संगम विहार, लोनी बॉर्डर, गाजियाबाद
गिरफ्तारी के दौरान इनके पास से चोरी के एक जोड़ी सोने के कुंडल, एक जोड़ी सोने के टॉप्स, गलाई हुई सोने की टिकिया, 2000 रुपये नकद और वारदात में प्रयुक्त टैंपो बरामद किया गया।
गिरोह का अपराध इतिहास
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे दिल्ली-एनसीआर में टप्पेबाजी और चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे।
18 मार्च – अंकुर विहार में महिला से गहने और नकदी की ठगी।
22 मार्च – रामपार्क, ट्रोनिका सिटी में एक महिला से पेंडेंट और लॉकेट छीना।
23 मार्च – खजूरी चौक से 40,000 रुपये और सोने के टॉप्स चोरी किए।
पुलिस के अनुसार, गिरोह का सरगना अमित कश्यप है, जो ऑटो में सवारी बनकर बैठता था, जबकि नरेश उर्फ मोटा लाला (फरार) वाहन चलाता था। नूर इमाम और सोनू (फरार) लोगों को बहला-फुसलाकर गहने और नकदी ठगते थे। प्रमोद पुलिस से बचाने के नाम पर गिरोह की मदद करता था, जबकि वीरेंद्र बंसल चोरी का सोना सस्ते में खरीदकर ऊँचे दामों पर बेचता था।
फरार अभियुक्तों की तलाश जारी
गिरोह के दो अन्य सदस्य— नरेश उर्फ मोटा लाला (निवासी गंगा विहार, अंकुर विहार) और सोनू (निवासी खिचड़ीपुर, दिल्ली)— अब भी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में लगातार दबिश दे रही है।
आरोपियों पर पहले भी दर्ज हैं मुकदमे
पुलिस के अनुसार, गिरोह के गिरफ्तार सदस्यों पर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं:
अमित कश्यप और नूर इमाम के खिलाफ दिल्ली और ट्रोनिका सिटी में 3 मामले दर्ज हैं।
प्रमोद पर चोरी और टप्पेबाजी के 8 मुकदमे दर्ज हैं।
वीरेंद्र बंसल पर 4 मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस टीम को मिली बड़ी सफलता
अंकुर विहार पुलिस की इस कार्रवाई से दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय एक बड़े टप्पेबाज गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य अपराधों की भी जांच कर रही है।
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