भारतीय नौसेना प्रमुखों का सम्मेलन संपन्न, नौसेना की रणनीतिक दिशा पर हुआ मंथन (Indian Navy Chiefs' Conference concluded, discussion on the strategic direction of the Navy)
2/09/2025
0
नई दिल्ली, 10 फरवरी: भारतीय नौसेना प्रमुखों का दो दिवसीय सम्मेलन 8-9 फरवरी 2025 को नौसेना मुख्यालय, नई दिल्ली में आयोजित किया गया। इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में आठ पूर्व नौसेना प्रमुखों और वर्तमान नौसेना प्रमुख ने भाग लिया।
इस सम्मेलन का उद्देश्य पूर्व नौसेना प्रमुखों के सामूहिक अनुभव और ज्ञान से लाभ उठाना तथा उन्हें नौसेना के नवीनतम विकास और नीतिगत पहलों से अवगत कराना था। 8 फरवरी को नए नौसेना भवन में आयोजित सत्र के दौरान पूर्व प्रमुखों को नीतिगत पहलों, तकनीकी उन्नति, सामग्री और परिचालन रसद संबंधी जानकारी दी गई।
रणनीतिक मंथन और परिचर्चा
सम्मेलन के दौरान महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक विशेष सत्र आयोजित किया गया। इसमें उभरते भू-राजनीतिक परिदृश्य और मानव संसाधन प्रतिमानों में हो रहे परिवर्तनों के संदर्भ में युद्ध और समुद्री रणनीति के भविष्य पर खुली चर्चा हुई।
पुस्तक विमोचन: "लीगेसी ऑफ लीडरशिप"
सम्मेलन के दौरान "लीगेसी ऑफ लीडरशिप: नेवल चीफ्स थ्रू टाइम" नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया। यह पुस्तक भारतीय नौसेना के पूर्व प्रमुखों की प्रेरणादायक यात्राओं का वर्णन करती है। इसमें दुर्लभ तस्वीरों, व्यक्तिगत कहानियों और प्रत्यक्ष विवरणों के माध्यम से पूर्व नौसेना प्रमुखों के नेतृत्व की अनूठी झलक प्रस्तुत की गई है।
राष्ट्र की सेवा में नौसेना की प्रतिबद्धता
सम्मेलन के समापन अवसर पर नौसेना प्रमुख ने कहा, "हम आपकी शानदार विरासत को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और भारतीय नौसेना किसी भी समय, कहीं भी, किसी भी तरह से भारत के राष्ट्रीय समुद्री हितों की रक्षा करना जारी रखेगी।"
इसके अलावा, पूर्व नौसेना प्रमुखों ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर राष्ट्र के वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी।
संस्थानिक निरंतरता की पुष्टि
भारतीय नौसेना द्वारा आयोजित चीफ्स कॉन्क्लेव 2025, संस्थागत निरंतरता के प्रति नौसेना की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह सम्मेलन भारतीय समुद्री शक्ति के भविष्य को आकार देने में पूर्व नेतृत्व के अनुभव और ज्ञान का प्रभावी रूप से उपयोग करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
Tags
अन्य ऐप में शेयर करें