क्राइम ब्रान्च द्वारा मोबाइल टावरों के उपकरण चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर 06 शातिर अभियुक्त गिरफ्तार ( Crime Branch busted an inter-state gang involved in stealing mobile tower equipment and arrested 06 vicious accused)
5/04/2024
0
लोनी। पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद दिनांक: 03/05/2024
क्राइम ब्रान्च द्वारा मोबाइल टावरों के उपकरण चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश, 06 शातिर अभियुक्त गिरफ्तार, कब्जे से चोरी का करीब 4 करोड रूपये का माल व चोरी करने मे प्रयुक्त उपकरण बरामद।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनाँक-03/05/2024 को क्राइम ब्रांच पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद द्वारा गाजियाबाद, दिल्ली एन0सी0आर क्षेत्र, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश में जियो व एअरटेल के मोबाइल टावरों से बैट्री, आर0आर0 यूनिट व अन्य इलैक्ट्रानिक डिवाईस चोरी करने वाले शातिर अपराधियों के अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 06 अभियुक्तों को थाना नन्दग्राम क्षेत्र से गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की गयी है गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से जियो व एअरटेल कम्पनी के रेडियो रिसीवर यूनिट, मोबाइल टावरों की बैट्रियाँ, मोबाइल टावर ड्यूप्लैक्सर, आई0डी0यू0, बी0बी0यू0, ओ0डी0यू0 व इलैक्ट्रोनिक डिवाईसेस तथा चोरी करने में प्रयोग किये जाने वाले उपकरण व घटना करने में प्रयुक्त होण्डा सिटी कार व टाटा मैजिक (छोटा हाथी) गाडी बरामद हुई।
पूछताछ पर पकडे गये शातिर अभियुक्त कैफ मलिक ने बताया कि उसने 02 वर्ष पूर्व बी0ए0 प्रथम वर्ष में पढाई छोड दी थी और अपने पिता फुरकान मलिक के साथ उनकी मुस्तफाबाद दिल्ली स्थित कबाड की दुकान पर काम करना शुरू किया वहाँ वह शुएब से मिला जिसने उसे मोबाइल टावरों से चोरी की आर0आर0यू0 व अन्य इलैक्ट्रोनिक डिवाईस को बेचने के लिए कहा और यह भी कहा इस काम में लाखों का फायदा है कैफ ने मार्केट मे पता करके जावेद से सम्पर्क किया जब माल लेने व देने की पूरी बात हो गयी तो इन लोगों ने मिलकर एक गिरोह बनाया जिसमे चोरी करने के लिए सुहेल मलिक, वसीम, अल्ताफ व जुबैर तथा मोबाइल टावरों के मेन्टिनेन्स करने वाले इंजीनियर राहुल गोयल इनसे चोरी का माल लेकर कैफ मलिक, सुमित कसाना, मेरठ के नईम व दिल्ली के मेहराजुद्दीन के माध्यम से मुस्तफाबाद दिल्ली के जावेद व उसके भाई वसीम को बेच देते थे पकडे गये दूसरे अभियुक्त सुमित कसाना ने बताया वह बी0ए0 पास है 04 साल पुलिस मे भर्ती की तैयारी की फिर दिल्ली मे क्लब में बाऊन्सर / सिक्योरिटी की नौकरी करने लगा क्लब मे ही उसे जावेद मिला जिसने उसे अपने पास कबाड के काम के लिए रख लिया वह पिछले 04 वर्षो से जावेद के लिए काम करता है और माल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाता है जिसके उसे 5-10 हजार रू0 प्रति चक्कर अलग से मिलते है।
तीसरे अभियुक्त राहुल गोयल ने बताया कि उसने रूडकी से बी.टेक. किया है उसका प्लेसमेन्ट नही हुआ तो प्राईवेट कम्पनियों में काम करने लगा वर्तमान समय मे वह सार टेली कन्सट्रक्शन्स प्राईवेट लिमिटेड में बतौर मैनेजर 04 वर्षो से काम कर रहा है यह कम्पनी मोबाइल टावर के मेन्टिनेंन का काम करती है पिछले कुछ समय से उसने पश्चिमी बंगाल, बिहार, मध्य प्रदेश व राजस्थान के ऑपरेशन व मेन्टिनेन्स स्टॉफ से मिलकर आर0आर0यू0 की चोरी कराकर सुहेल, जुबैर, वसीम, कैफ को देकर लाभ कमा रहा है। चौथे अभियुक्त शुएब मलिक ने पूछने पर बताया कि वह 12वीं पास है और मुस्तफाबाद मे उसका कास्मैटिक का होलसेल का काम है वह सुहेल व कैफ को जानता था उनके कहने पर वह आर0आर0यू0 को खरीदने व बेचने का काम करने लगा। पाँचवा अभियुक्त सुहेल मलिक ने पूछने पर बताया कि वह 12 वीं तक पढा हुआ है पहले वह दूध का काम करता था फिर मुस्तफाबाद मे कबाडे का काम करने लगा वहीं उसकी मुलाकात वसीम अलवी, अल्ताफ, जुबैर, शुएब व कैफ से हुई जिन्होनें उसे मोबाइल टावर से उपकरण चुराने वे बेचने मे शामिल कर लिया। छठे अभियुक्त वसीम अलवी ने पूछने पर बताया वह 12वीं तक पढा है उसके पिता की सोरखा नोएडा सैक्टर 113 मे कबाडे की दुकान है वह भी कबाड की फेरी करने लगा उसकी मुलाकात सुहेल मलिक से हुई जिसने उसे मोबाइल टावर के आर0आर0यू0 व अन्य उपकरण की चोरी व उसमे काफी लाभ होने की बात बतायी ।
सभी अभियुक्तों ने पूछने पर बताया पिछले कुछ वर्षों से मोबाइल टावरों की बैट्री, रेडियो रिसीवर यूनिट व अन्य इलैक्ट्रोनिक डिवाईस की चोर बजारी में काफी माँग चल रही है मोबाइल टावरों पर लगे उपकरण काफी मँहगे होते है और इनको चुराना काफी आसान होता है और इसकों ट्राँन्सपोर्ट करने में कोई समझ भी नही पाता हैं। पहले हम लोग अलग-अलग चोरी की आर0आर0यू0 का काम करते थे। फिर हमनें मिलकर अपना एक संगठित गिरोह बना लिया । हमारे गिरोह मे कैफ, सुमित कसाना, राहुल गोयल, शुएब मलिक, वसीम अलवी, सुहेल मलिक, जुबैर, अल्ताफ, नईम, मेहराजुद्दीन, जावेद व उसका भाई वसीम शामिल है। हमारे गिरोह के सुहेल मलिक, वसीम अलवी, जुबैर व अल्ताफ दिल्ली एन0सी0आर0 मे दिन में कबाडे की फेरी करके कबाडे का काम करते है और जिस मोबाइल टावर से इनको चोरी करनी होती है उसको ये लोग दिन के समय ही कबाडे की फेरी करते हुए चिन्हित कर लेते है घटना स्थल पर जाने के लिए गाडी का इन्तजाम सुहेल करता है रात्रि के समय मे उस गाडी से ये लोग चिन्हित किये गये टावर पर पहुँच जाते है और इनके दो-तीन साथी मोबाइल टावर पर चढ जाते है और औजारों की मदद से उसमे लगे रेडियो रिसिवर यूनिट, बैट्री व अन्य कीमती उपकरण चोरी कर लेते है, चोरी करने के बाद चोरी किया सामान ये लोग उसी गाडी मे रखकर फरार हो जाते है। राहुल इन लोगो को सभी उपकरणों के बारे मे बताता है कि कौन सा उपकरण क्या है और कितना मँहगा है । चोरी किये गये माल को बेचने के लिए कैफ, शुएब, सुमित, नईम, मेहराजुद्दीन उस माल को जावेद व उसके भाई वसीम को पहुँचाते है । माल बेचने के बाद जो रूपये मिलते है उसको ये लोग आपस मे बाँट लेते है। माल को इकट्ठा होने बाद गाडी का इन्तजाम मेहराजुद्दीन करता है अपने-अपने हिस्से मे आये रूपयो से ये लोग अपने शौक व खर्चे पूरे करते है ।
पूछताछ करने पर पकडे गये अपराधियों ने यह भी बताया कि इन लोगो ने पश्चिमी बंगाल, बिहार महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गाजियाबाद, नोएडा दिल्ली एन0सी0आर0 व पश्चिमी उत्तर प्रदेश मे कई स्थानों पर मोबाइल टावरो से रेडियो रिसिवर यूनिट, बैट्री व अन्य कीमती उपकरण चोरी किये है । पूछताछ पर मोबाइल टावरो से रेडियो रिसीवर यूनिट, बैट्री व अन्य कीमती उपकरण चोरी करने वाले अन्य अपराधियों के सम्बन्ध में कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ मिली हैं। जिसके आधार पर टीमें बनाकर माल बरामदगी व गिरफ्तारी हेतु दबिशें दी जा रही हैं। निश्चित रूप से इस प्रकार की पुलिस कार्यवाही से जनपद गाजियाबाद व आस-पास के क्षेत्रों में मोबाइल टावरों से रेडियो रिसिवर यूनिट, बैट्री व अन्य कीमती उपकरणों की चोरी पर रोक लगेगी।
Tags
अन्य ऐप में शेयर करें