केंद्रीय गृह मंत्री ने जवानों में बाजरे के प्रति रुचि पैदा करने के साथ-साथ आहार में कम से कम 30 प्रतिशत श्री अन्ना शामिल करने की आवश्यकता पर बल दिया (Union Home Minister stresses upon the need to include at least 30 percent of Shree Anna in the diet along with inculcating interest in millets among the Jawans)
6/12/2023
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केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) में तैनात भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारियों के चिंतन शिविर की अध्यक्षता की। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा और निशिथ प्रमाणिक, केंद्रीय गृह सचिव, खुफिया ब्यूरो के निदेशक और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी चिंतन शिविर में भाग लिया।
चिंतन शिविर में सेना से जुड़े विभिन्न विषयों जैसे सीमा सुरक्षा, क्षमता निर्माण, कनिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन, पुलिस-जनसंपर्क, सोशल मीडिया और कानून प्रवर्तन, केंद्र और राज्य के विषय, मिशन भर्ती, आयुष्मान सीएपीएफ की निगरानी, प्रशिक्षण, सीएपीएफ ई-आवास पोर्टल, बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की निगरानी, कल्याण, अनुभव साझा करने और सर्वोत्तम प्रथाओं पर चर्चा की गई। इसके साथ ही खुले सत्र में केंद्रीय गृह मंत्री को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर सुझाव दिए गए।
केंद्रीय गृह मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी राष्ट्र की प्रगति के लिए अच्छी कानून व्यवस्था बहुत जरूरी है, जिसे मजबूत पुलिस प्रशासन से ही सुनिश्चित किया जा सकता है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने सदैव पुलिस प्रशासन व्यवस्था को सुदृढ़ करने एवं जनोन्मुखी बनाने का प्रयास किया है ताकि वह आमजन की सुरक्षा के साथ-साथ उनकी अपेक्षाओं पर भी खरा उतरे।
अमित शाह ने कहा कि हमारे केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल आंतरिक कानून व्यवस्था बनाए रखने, सीमाओं की रक्षा करने, निष्पक्ष आम चुनाव कराने, आपदा के समय राहत और बचाव कार्य करने और देश भर में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण संस्थानों और स्मारकों की रक्षा करने में बहुमूल्य योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश का आम नागरिक सीएपीएफ कर्मियों की कर्तव्यनिष्ठा और सतर्कता के कारण सुरक्षित महसूस करता है और चैन की नींद सोता है। श्री शाह ने कहा कि एक ओर जहां पुलिस प्रशासन और सशस्त्र पुलिस बल से आम आदमी की उम्मीदों पर खरा उतरने की अपेक्षा की जाती है, वहीं दूसरी ओर पुलिस और सीएपीएफ कर्मियों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए भी सरकार सुरक्षा मुहैया कराती है. पर्याप्त सुविधाएं ताकि वे अपने कर्तव्यों को सुचारू रूप से निभा सकें।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सीएपीएफ कर्मियों का कल्याण हमेशा से मोदी सरकार की प्राथमिकता रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने जवानों के कल्याण के लिए कई कदम उठाए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री ने आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने नशीले पदार्थों और हथियारों की घुसपैठ और तस्करी को सुनिश्चित करने के लिए सीमा पर अत्यधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
शाह ने कहा कि सभी सीएपीएफ का भौगोलिक क्षेत्र और भूमिका अलग-अलग हो सकती है, लेकिन उनकी समस्याएं और समाधान एक ही हैं, जिन पर सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ काम करने की जरूरत है।अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में सीमावर्ती क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करने और विकसित करने के लिए वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि सीमाओं की सुरक्षा के लिए हर सीमावर्ती गांव और उसके निवासियों से संपर्क और संवाद बेहद जरूरी है। शाह ने कहा कि सभी सीएपीएफ को स्थानीय उत्पादों की खरीद को बढ़ावा देना चाहिए, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और पलायन रुकेगा। उन्होंने कहा कि देश की एकता, अखंडता और आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी आईपीएस अधिकारियों की शपथ में निहित होती है और जिले की कानून व्यवस्था और स्थानीय प्रशासन के समन्वय से ही सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है.
केंद्रीय गृह मंत्री ने जवानों के कल्याण, खेलों को बढ़ावा देने और जवानों के परिवारों के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने सभी सीएपीएफ को राष्ट्रीय स्तर की खेल टीमें तैयार करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि जवानों को प्रतिदिन कम से कम एक घंटा खेलों के लिए मिलना चाहिए, इससे न केवल उनका शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होगा बल्कि मातृभूमि से उनका जुड़ाव भी बढ़ेगा। शाह ने कहा कि आईपीएस अधिकारियों को जवानों के साथ मधुर संबंध रखने चाहिए और जवानों के साथ-साथ उनके परिवारों का भी ध्यान रखना चाहिए।
अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार की आयुष्मान सीएपीएफ योजना हर जवान को लंबी और स्वस्थ जीवन प्रदान करने की योजना है और सभी सीएपीएफ को इस योजना को त्रुटिहीन बनाने के लिए जवानों से सुझाव लेना चाहिए। श्री शाह ने सभी सीएपीएफ अस्पतालों में आम जनता को नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था करने को कहा।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक जवान अपने परिवार में कम से कम 5 पेड़ लगाएं, इससे न केवल पर्यावरण स्वच्छ रहेगा बल्कि जवानों में प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता भी बढ़ेगी।
केंद्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री ने सीएपीएफ के सभी निर्मित आवासों को इस वर्ष नवंबर तक आवंटित करने का निर्देश दिया और दो माह में ई-आवास पोर्टल के माध्यम से भविष्य के सभी आवासों का आवंटन सुनिश्चित करने को कहा. अमित शाह ने कहा कि यह चिंतन शिविर सभी बलों में कार्यरत भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों के लिए अपने अनुभवों को साझा करने और सामने आने वाली चुनौतियों के समाधान पर विचार कर भविष्य की रणनीति तैयार करने का एक महत्वपूर्ण मंच है।
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