लोनी। वीरवार 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के गाजियाबाद विभाग के वैशाली महानगर द्वारा गुणात्मक संचलन का कार्यक्रम किया गया। इस गुणात्मक संचालन के लिए वैशाली महानगर के 14000 स्वयं सेवकों में से केवल 300 स्वयं सेवकों का चयन हुआ था।
इस कार्यक्रम में सह प्रांत प्रचारक विनोद कुमार का बौद्धिक रहा उन्होंने सभी स्वयं सेवकों को बताया की आप वैशाली महानगर के चुने हुए चयनित स्वयं सेवकों है जो सबसे अच्छा गुणात्मक संचलन करने वाले है। उन्होंने बताया कि किसी भी कार्य को ठीक प्रकार से करने के लिए सभी का मन एक दूसरे से मिलना चाहिए उन्होंने एक बोध कथा सुनाई जिसमें उन्होंने बताया कि जब ब्रह्मा जी से एक राक्षस द्वारा यह प्रश्न पूछने पर कि आप देवताओं को सबसे ज्यादा मानते हैं हमें क्यों नहीं मानते इस प्रश्न का उत्तर देने के लिए ब्रह्मा जी ने राक्षस और देवताओं को भोजन पर आमंत्रित किया और सर्वप्रथम राक्षसों को भोजन करने के लिए कहा परंतु मन ना मिलने के कारण वह भोजन नहीं कर पाए और देवताओं ने सुगमता से भोजन ग्रहण कर लिया तो ब्रह्मा जी ने कहा कि देवताओं के मन आपस में मिले हुए हैं वह सभी एक समान सोचते हैं एक जैसा करते हैं यही आपके प्रश्न का उत्तर है।
उन्होंने यह भी बताया कि यदि किसी लक्ष्य को सफलतापूर्वक प्राप्त करना है तो उसके लिए निरंतर अभ्यास और प्रयास की आवश्यकता होती है इसके लिए उन्होंने पृथ्वी, वायु, वर्षा और चट्टान का उदाहरण दिया की 1 वर्ष तक लगातार प्रयास करने के बाद चट्टान पर एक हिस्से पर लगातार वर्षा होने के कारण वर्षा ने चट्टान के दो टुकड़े कर दिए।इसके बाद गुणात्मक संचालन का प्रारंभ हुआ जिसका वसुंधरा सेक्टर 15 से प्रारंभ होकर 4.5 किलोमीटर की दूरी तय करके वसुंधरा सेक्टर 3 में जाकर समापन हुआ। इस गुणात्मक संचालन में चयन हुए सभी 300 स्वयं सेवकों के हाथ और पैर एक समान मिल रहे थे। उन्हें देखकर ऐसा लग रहा था कि जैसे वह सेना के एक ट्रेंड सिपाही के समान संचलन कर रहे हो।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से गाजियाबाद विभाग के विभाग संघचालक रवि प्रकाश , वैशाली महानगर के महानगर संघचालक माखनलाल , महानगर कार्यवाह श्रीकांत ,सह महानगर कार्यवाह विकास एवं महानगर प्रचारक देशराज उपस्थित रहे।