दिल्ली (Delhi)। देश की राजधानी दिल्ली के कालकाजी इलाके में एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है , एक पत्नी ने अपने पति को अपने अनपढ़ आशिक के साथ मिलकर चाकू खोप खोप कर बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया है पति पत्नी को छोटी छोटी बातों पर डांटता और मारता था जिससे परेशान होकर पत्नी ने अपने आशिक के साथ मिलकर दिया इस खौफनाक घटना को अंजाम।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शादी के परिणय सूत्र में बंधने के बाद पति पत्नी एक दूजे के हो जाते हैं और सात जन्मों तक एक साथ रहने का वादा करतें हैं जब दोनों के बीच मनमुटाव हो जाए तो पत्नी किस हद से गुजर जाए इस बात का अंदाजा कोई नहीं लगा सकता।दिल्ली के कालकाजी इलाके से एक ऐसा मामला निकल कर सामने आया है जिसे सुनकर आप भी दंग रह जाओगे...पुलिस की गिरफ्त में दिखाई दे रही बीए पास 32 वर्षीय स्वर्णाली घोष नामक महिला ने अपने 35 वर्षीय अनपढ़ आशिक मोहनपाल उर्फ शांतुन के साथ मिलकर अपने 37 वर्षीय पति अर्जुन घोष की बेरहमी से हत्या महज इस लिए करदी की वो उसे छोटी छोटी बातों पर डाटता और मारता पीटता था। कालकाजी थाना पुलिस ने 12 घंटे के अंदर ब्लाइंड मर्डर केस को सुलझाते हुए मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर वारदात में इस्तेमाल खून से सने कपड़े भी बरामद कर लिए हैं।
दक्षिणपूर्व जिले की डीसीपी ऐशा पांडे ने बताया कि 13 मई 2022 को दोपहर लगभग 11 बजकर तीस मिनट पर कालकाजी इलाके में मकान नंबर 238/8, डीडीए फ्लैट में बेहोश पड़े एक व्यक्ति के संबंध में थाना कालकाजी में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई थी।
कालकाजी पुलिस स्टाफ तुरंत मौके पर पहुंचा। जहां उन्होंने देखा कि एक व्यक्ति बिस्तर पर उल्टा पड़ा था और उसकी गर्दन पर चाकू से वार किये गये थे। इसके बाद क्राइम और फोरेंसिक की टीम ने मौके का मुआयना किया और क्राईम सीन की तस्वीरें लीं। जांच टीम ने शव को मेडिकल जांच के लिए एम्स अस्पताल में भेज दिया और पोस्टमार्टम के लिए एम्स की मोर्चरी में रखवाया गया।
थाना कालकाजी में एफआईआर संख्या 386/22 धारा 302/34 के तहत मामला दर्ज किया गया।
दक्षिणपूर्व जिले की डीसीपी ऐशा पांडे ने मामले का जल्द से जल्द खुलासा करने व कातिलों को दबोचने के लिए प्रदीप कुमार एसीपी कालकाजी की सुपरविजन व बलबीर सिंह थाना प्रभारी कालकाजी के नेतृत्व में इंवेस्टिगेटिंग ऑफिसर सूरज पाल, एसआई प्रकाश चंद, रवि कुमार, रोशन लाल, मनु देव, कांस्टेबल बिजेन्द्र, नरेन्द्र व महिला कांस्टेबल शशी बाला की एक टीम का गठन किया।
विरेन्द्र सिंह यादव थाना प्रभारी कालकाजी को जांच में पता चला की मृतक अर्जुन घोष एक कैब ड्राईवर है और उसकी पत्नि मैक्स और पीएसआरआई अस्पताल में सर्विस प्रोवाइडर का काम करती है।
जांच टीम को मृतक अर्जुन घोष की पत्नि स्वर्णाली घोष ने बताया की घटना वाले दिन वो अपने काम से सुबह सुबह पांच बजे घर से निकल गई थी तब सब कुछ ठीक था।
इंवेस्टिगेटिंग ऑफिसर सूरज पाल ने मृतक की पत्नि स्वर्णाली घोष से और पूछताछ करनी चाही क्योंकि वो ही एक ऐसी महिला थी जिसने अपने पति अर्जुन घोष को अंतिम बार जिंदा देखा था लेकिन मृतक की पत्नि का रो रोकर बुरा हाल था वो इस हाल में नहीं थी की पुलिस के किसी भी सवाल का जवाब दे सकें।
इंवेस्टिगेटिंग ऑफिसर सूरज पाल ने क्राईम सीन को बारिकी से स्कैन किया। क्राईम सीन पर किसी भी प्रकार के लूट व चोरी के निशान नहीं थे। लेकिन क्राईम सीन को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे किसी को मृतक अर्जुन घोष पर बहुत गुस्सा था। मात्र अर्जुन घोष को मारने के इरादे से ही इस वारदात को अंजाम दिया गया था।
क्राईम सीन पर मृतक का मोबाईल भी चार्जिंग में लगा हुआ था। इससे इंवेस्टिगेटिंग ऑफिसर सूरज पाल को समझते देर नहीं लगी की अगर हत्या चोरी व लूट के इरादे से की गई होती तो आरोपी कमरे से कुछ न कुछ तो जरूर लेकर जाते लेकिन क्राईम सीन पर सभी चीजें अपनी जगह पर थी।
इंवेस्टिगेटिंग ऑफिसर सूरज पाल ने लूट व चोरी के एंगल को रूलआउट करके दूसरे एंगल पर जांच करनी शुरू कर दी।
विरेन्द्र सिंह यादव थाना प्रभारी क्राईम सीन के आसपास का मोबाईल डंप डेटा के साथ साथ मृतक की पत्नि, दोस्तों व परिवार के सभी सदस्यों की काॅल डिटेल व लोकेशन हिस्ट्री खंगालने में लगे हुए थे।
दोस्तों व परिवार की काॅल डिटेल खंगालने पर कुछ सस्पेक्ट नहीं मिला लेकिन मृतक अर्जुन घोष की पत्नि स्वर्णाली घोष की काॅल डिटेल चैकानें वाली थी।
मृतक की पत्नि स्वर्णाली घोष की काॅल डिटेल में मोहनपाल उर्फ शांतुन नामक एक व्यक्ति का मोबाईल नंबर मिला जिससे स्वर्णाली घोष घंटो घंटो बात करती थी और घटना वाले दिन भी मोहनपाल उर्फ शांतुन की मोबाईल लोकेशन स्वर्णाली घोष के साथ क्राईम सीन के पास की थी।
मृतक की पत्नि स्वर्णाली घोष ने घटना वाले दिन अपने दोस्त मोहनपाल उर्फ शांतुन का क्राईम सीन के पास होने की बात जांच टीम से छुपाई। जांच टीम को मृतक की पत्नि पर शुरू से शक था लेकिन इस क्लू के सामने आने के बाद शक और गहरा हो गया।
इंवेस्टिगेटिंग ऑफिसर सूरज पाल ने अपने शक को यकिन में बदलने के लिए क्राईन सीन के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेजों को खंगाला। सीसीटीवी फुटेज में मृतक की पत्नि स्वर्णाली घोष के साथ उसका दोस्त मोहनपाल उर्फ शांतुन भी दिखाई दिया।
टीम को अब समझते देर नहीं लगी की स्वर्णाली घोष ने मोहनपाल उर्फ शांतुने के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की है।
क्लू मिलते ही मृतक की पत्नी से लंबी व कड़ी पूछताछ के बाद हत्या की गुत्थी सुलझ गई। कड़ी पूछताछ के बाद मृतक की पत्नी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। मृतक की पत्नी ने खुलासा किया कि उसने अपने प्रेमी मोहनपाल उर्फ शांतुन के साथ मिलकर अपने पति को मार डाला।
टीम ने तुरन्त मृतक की पत्नी के प्रेमी मोहनपाल उर्फ शांतुन के मोबाइल को सर्विलांस पर लगा दिया। मोबाईल सर्विलांस से आरोपी की लोकेशन सेलेक्ट सिटी मॉल, साकेत पर मिली।
टीम ने लोकेशन पर छापेमारी कर आरोपी को दबोच लिया। आरोपी अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली छोड़कर जल्द से जल्द सिलीगुड़ी पश्चिम बंगाल भागने की फिराक में था।
आरोपी की पहचान कालकाजी निवासी 35 वर्षीय मोहनपाल उर्फ शांतुन पुत्र ज्ञानेंद्रनाथ पाल के रूप में हुई। पूछताछ के दौरान आरोपी ने भी अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपियों की निशानदेही पर क्राईम के समय पहने खून से सने कपड़े बरामद कर लिये गये।
पूछताछ में दोनों आरोपितों ने बताया उन्हें गायकी का शौक है और इनकी मुलाकत दो वर्ष पहले स्टार मेकर ऐप में शौकिया तौर पर गाना गाते हुए हुई थी। मृतक की पत्नी स्वर्णाली ने बताया कि उसका आरोपी मोहनपाल उर्फ शांतुन के साथ पिछले 2 वर्षों से संबंध था। आरोपी स्वर्णाली आगे बताया कि उसका पति उसे छोटी छोटी बातों पर डाटता और पीटता था। गुस्से में आकर उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या करने की योजना बनाई। आरोपियों ने बताया की योजनानुसार सुबह लगभग पांच बजे स्वर्णाली घोष ने प्रेमी मोहनपाल के साथ मिलकर अपने पति की चाकू घोप घोपकर हत्या कर दी और काम के बहाने से घर से निकल गई ताकी उसपर किसी को शक न हो। अपराध करने के बाद आरोपी मोहनपाल ने अपराध के हथियार चाकू और खून से सने कपड़े को साकेत दिल्ली में एक नाले में फेंक दिया।
आरोपी मृतक की 32 वर्षीय पत्नी स्वर्णाली घोष ने बीए तक पढ़ाई की है। यह मैक्स और पीएसआरआई अस्पताल में सर्विस प्रोवाइडर के रूप में काम करती थी। इसकी पहले की कोई क्राईम हिस्ट्री नहीं है।
मृतक की पत्नी का आशिक 35 वर्षीय आरोपी मोहनपाल उर्फ शांतन पुत्र ज्ञानेंद्रनाथ कालकाजी का रहने वाला है। यह अनपढ़ है और यह भी मैक्स और पीएसआरआई अस्पताल में सर्विस प्रोवाइडर के रूप में काम करती थी। इसकी भी पहले की कोई क्राईम हिस्ट्री नहीं है।