दिल्ली (Delhi)।स्पेशल सेल दक्षिणी रेंज के एसीपी अत्तर सिंह की सुपरविजन व तेज तर्रार इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह की टीम ने 40 करोड़ की हेरोइन के साथ एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है जिसके ड्रग्स सरगना को ड्रग्स तस्करी के एक मामले में बीस साल की सजा हो चुकी है और जो आठ साल से जेल में बंद था। दिल्ली हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद फरवरी 2020 में जेल से बाहर आया। सुधरने की वजाए जेल से बाहर आने के तुरंत बाद फिर से ड्रग्स तस्करी शुरू कर दी। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान ड्रग्स सरगना 47 वर्षीय ओबुमुनेमे नवाचुकु व 37 वर्षीय राकेश कुमार उर्फ राॅकी के रूप में हुई है। दोनों जनकपुरी में किराए पर घर लेकर वहां से ड्रग्स तस्करी का धंधा चला रहे थे। गिरफ्तार दोनों आरोपियों के कब्जे से 6 किलो 200 ग्राम हेरोइन बरामद की गई है।
स्पेशल सेल डीसीपी जसमीत सिंह ने बताया की स्पेशल सेल दक्षिणी रेंज के एसीपी अत्तर सिंह की सुपरविजन व तेज तर्रार इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह की टीम पश्चिमी दिल्ली के एक ड्रग्स सिंडिकेट पर नजर रखे हुए थी। इस गैंग के सदस्य दिल्ली, हरियाणा व पंजाब में मादक पदार्थों की तस्करी कर रहे थे।
इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह ने ड्रग्स तस्करों की मोडस ऑपरेंडी से ही ड्रग्स तस्करों को दबोचने की योजना बनाई। कुछ मुखबिरों को नशेड़ी बनाकर पश्चिमी दिल्ली में ड्रग्स तस्करों के आसपास तैनात कर दिया।
लगभग दो महिनों की कड़ी मेहनत के बाद नशेड़ी बने मुखबिरों ने ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़े दो सदस्यों की पहचान कर ली।
दिनांक 12 मई 2022 को इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह को मुखबिरों से पता चला की ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़ा एक ड्रग्स तस्कर राकेश उर्फ रॉकी ड्रग्स की आपूर्ति करने दिनांक 13 मई 2022 की दरम्यानी रात मुकरबा चौक बस स्टैंड, जी.टी. करनाल रोड, नई दिल्ली से होते हुए पंजाब लुधियाना जाएंगा।
इनफार्मेशन कन्फर्म होते ही स्पेशल सेल डीसीपी जसमीत सिंह ने एसीपी अत्तर सिंह की सुपरविजन व इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर रंजीत, इंस्पेक्टर आदित्य, हैडकांस्टेबल देवेंद्र, अजय, अनिल, नवीन और कांस्टेबल हरविंदर की एक टीम का गठन किया।
दिनांक 12 मई 2022 की रात लगभग साढे नौ बजे टीम ने मुकरबा चौक बस स्टैंड के पास जाल बिछाया। रात लगभग 11 बजकर चालिस मिनट पर जनकपुरी निवासी राकेश उर्फ रॉकी पिठ पर टांगे एक बैग के साथ बस स्टॉप पर किसी का इंतजार करने के लिए खड़ा हुआ। मुखबिर के इशारा करने पर टीम ने आरोपी को चारों और से घेरकर दबोच लिया। आरोपी के बैग की तलाशी लेने पर चार किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई।
गिरफ्तार राकेश उर्फ रॉकी ने बताया कि वह हेरोइन की खेप उत्तम नगर में किराए पर रह रहे 47 वर्षीय नाइजीरियन ओबुमुनेमे नवाचुकु से लेता था। ओबुमुनेमे नवाचुक ड्रग्स सिंडिकेट का सरगना है।
राकेश ने आगे बताया की वह नाइजीरियन व्यक्ति के कहने पर ही पंजाब में हेरोइन की सप्लाई करता था।
राकेश की निशानदेही पर पुलिस टीम ने दिनांक 14 मई 2022 की सुबह ड्रग्स सरगना ओबुमुनेमे के घर पर दबिश दी।
टीम के सदस्यों ने ओबुमुनेमे के घर का दरवाजा खटखटाया। लेकिन उसने नहीं खोला और जानबूझकर पुलिस टीम को इंतजार करने के लिए कहा। वह घर के शौचालय में ढेर सारा नशीला पदार्थ फ्लश करने में सफल रहा। पुलिस टीम के सदस्यों ने आखिरकार जबरदस्ती घर में प्रवेश किया और ड्रग्स को बाथरूम में फ्लश करते नाइजीरियाई को दबोच़ लिया। हालांकि आरोपी के पास से पॉलीथिन में 2 किलो 200 ग्राम हेरोइन बरामद की गई। आरोपी के घर से हेरोइन की पैकिंग में इस्तेमाल होने वाली सामग्री, तौलने वाली इलेक्ट्रॉनिक मशीन व हेरोइन को पार्सल करने के लिए इस्तेमाल होने वाली अन्य वस्तुएं बरामद की गई हैं।
ओबुमुनेमे ने पूछताछ में खुलासा किया है कि वह वर्ष 2009 में पर्यटक वीजा पर भारत आया था, लेकिन वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी अपने देश नहीं लौटा। तब से वह अवैध रूप से दिल्ली में रह रहा है। उसने खुलासा किया है कि वह एनडीपीएस एक्ट के एक अन्य मामले में आठ साल बाद जेल से बाहर आने के बाद दिल्ली और पंजाब में अन्य नाइजीरियाई नागरिकों के साथ दो वर्ष से मादक पदार्थों की तस्करी कर रहा था।
उसने बताया कि वह जनकपुरी इलाके में रहने वाले एक अन्य साथी नाइजीरियाई नागरिक से हेरोइन लेता था। उसका जनकपुरी वाला सहयोगी दिल्ली में अफगान नागरिकों से हेरोइन की खेप लेता था। पंजाब के एक व्यक्ति से हेरोइन की खेप का ऑर्डर मिलने के बाद हेरोइन पंजाब भेज रहा था। पंजाब का ये व्यक्ति उसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर निर्देश देकर हेरोइन मंगाता था।
पूछताछ में टीम को पता चला की आरोपी ओबुमुनेमे को उसके दो साथियों के साथ एनसीबी, दिल्ली जोन ने वर्ष 2012 में मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। उस समय ये कोरियर कंपनियों के माध्यम से दूसरे देशों में मादक पदार्थ भेजता था। उस समय इसके कब्जे से 1 किलो 700 ग्राम हेरोइन बरामद की गई थी। इस मामले में अदालत ने वर्ष 2018 में ओबुमुनेमे सहित सभी तीन लोगों को दोषी ठहराया था। दो लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था। ओबुमुनेमे आठ साल तक जेल में रहा और वह दिल्ली हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद फरवरी 2020 में जेल से बाहर आया। जेल से बाहर आने के तुरंत बाद उसने फिर से मादक पदार्थों की तस्करी शुरू कर दी।