नोएडा (Noida)। भाजपा के नोएडा प्रत्याशी पंकज सिंह ने विधानसभा चुनाव में बड़े अंतर से जीत हासिल दर्ज की है। पंकज सिंह ने 1.79 लाख वोट से जीत हासिल कर देश का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले महाराष्ट्र के अजीत पवार 1.65 लाख वोट जीते थे।
पंकज सिंह भाजपा उम्मीदवार को मिले 70 फीसदी वोट
भाजपा प्रत्याशी पंकज सिंह को 70.84 फीसदी वोट मिले हैं। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को महज 16.42 फीसदी और कांग्रेस प्रत्याशी को 4.36 फीसदी और बीएसपी प्रत्याशी को 5.04 फीसदी वोट मिले हैं।
अजीत पवार का भी तोड़ा रिकॉर्ड
पंकज सिंह ने विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी जीत का महाराष्ट्र के एनसीपी नेता और डेप्युटी सीएम अजीत पवार का रेकॉर्ड तोड़ा है। अजीत पवार ने 1 लाख 65 हजार जीत दर्ज कर रिकॉर्ड बनाया था। लेकिन इस बार पंकज ने अब उसे तोड़ दिया है। अब यह रिकॉर्ड पंकज सिंह ने अपने नाम कर लिया है।
जाने किस किसको दी पंकज सिंह ने शिकस्त।
पंकज सिंह ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुनील चौधरी को हराकर बंपर जीत हासिल की है. नोएडा सीट से बसपा से कृपाराम शर्मा चुनावी मैदान में थे, जबकि कांग्रेस की तरफ से पंखुड़ी पाठक उम्मीदवार थीं. विधानसभा चुनाव के दौरान पंखुड़ी पाठक का नाम चर्चाओं में रहा था. प्रियंका गांधी भी उनके प्रचार के लिए पहुंची थीं, लेकिन पाठक इस चुनाव में चौथे नंबर पर रहीं.
पंकज सिंह भारत के यूपी राज्य के वर्त्तमान चंदौली जिले (पहले वाराणसी ) की चकिया तहसील के एक छोटे से ग्राम भाभोरा के रहने वाले है। पंकज सिंह का जन्म अपने ननिहाल झारखंड के पलामू जिले के डाल्टनगंज में (जन्म: 12 दिसम्बर 1978) को हुआ था।
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र हैं।
12 दिसंबर, 1978 को झारखंड के पलामू जिले के डाल्टनगंज में जन्मे पंकज स्कूल के बाद कॉलेज की पढ़ाई के लिए दिल्ली आए। एमिटी विश्वविद्यालय (नॉएडा ) से एमबीए की पढ़ाई की।
2001 में भारतीय जनता पार्टी में सक्रिय हुए। पार्टी की ओर से आयोजित धरना-प्रदर्शन में जाना शुरू किया। 2004 में उन्हें भाजपा युवा मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया। 2007 में उन्हें भाजपा युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। लेकिन यह कहकर पद छोड़ दिया की वे कुछ दिन बिना पद के ही कार्य करंगे। 2007 में उन्हें प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया। 2007 में विधानसभा चुनाव क्षेत्र चिरयीगांव सीट, वाराणसी से उम्मीदवारी की घोषणा भी हो गई; लेकिन खुद पंकज सिंह के पिता राजनाथ सिंह ने उन्हें सलाह दी कि अभी कुछ साल और भाजपा के संगठन में काम करना चाहिए इसके बाद चुनावी राजनीति में जाना चाहिए। पंकज सिंह वह चुनाव नहीं लड़े। 2010 में उन्हें यूपी में भारतीय जनता पार्टी का सचिव बनाया गया। 2012 में वे प्रदेश भाजपा के महासचिव के रूप में पदौन्नत किये गये। 2013 में उन्हें यूपी बीजेपी का दूसरी बार महासचिव बनाया गया। वर्तमान में जुलाई 2016 से तीसरी बार महासचिव के पद पर कार्य कर रहे हैं। इन कार्यकालों के दौरान पंकज सिंह सामाजिक और राजनीतिक तौर पर बेहद सक्रिय रहे। गांव और किसानी में दिलचस्पी रखने वाले पंकज सिंह को जब भाजपा के गांव चलो अभियान में शामिल होने का अवसर मिला उन्होंने इस अभियान के तहत 100 से अधिक गांवों का दौरा किया। वहां के लोगों से गाँव और खेती की समस्याओं को समझा और जाना।