उमेश कुमार (Umesh Kumar)
दिल्ली (Delhi)।क्राइम ब्रांच (Crime Branch) की स्टार्स सैकंड टीम ने मर्डर में वांडेट व पचास हजार के इनामी एक ऐसे क्रिमिनल को दबोचा है जो दो साल से फरार था और जिसने पुलिस से बचने के लिए मोबाइल का इस्तेमाल करना बंद कर दिया था। क्राइम ब्रांच टीम क्रिमनल से दो कदम आगे निकली और आरोपी की पत्नी की पिछले पांच साल की कॉल डिटेल खंगालकर आरोपी को हिमाचल प्रदेश कुल्लू से दबोच लिया। आरोपी की पहचान सुरेश राणा पुत्र लेफ्टिनेंट तीतर राम निवासी ग्राम चैलछत्र, जिला मंडी हिमाचल प्रदेश के रूप में हुई है।
मनोज सी डीसीपी क्राइम ब्रांच एसटीएफ स्टार्स सैकंड ने बताया की दिनांक एक जून 2021 को थाना जहांगीरपुरी में शिकायतकर्ता मोटू दास निवासी झुग्गी नंबर जी 74 ने शिकायत दी थी कि मजलिश पार्क के पास मेट्रो का काम चल रहा है। मेट्रो प्लांट साइट पर काम करने वाले चार व्यक्ति दो बाइक पर सवार होकर उसकी झुग्गी पर आये और उसके बेटे असित पर चोरी का आरोप लगाकर अपहरण करके ले गये और तब से उनका बेटा लापता है। जिसके बाद तलाश में जुटी पुलिस को पता चला की अपहरण करने वाले लोगो ने पीड़ित असित की पीट पीटकर हत्या कर दी है।
उस समय एक विडियो भी वायरल हुआ था जिसमे कुछ लोग पीड़ित असित को पीटते हुए नजर आ रहे थे।
जहांगीरपुरी थाना प्रभारी राजेश कुमार ने तुरन्त एक्शन लेते हुए दो आरोपी व्यक्ति 25 वर्षीय कृष्ण प्रकाश और 23 वर्षीय धर्मेंद्र को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर असित की बॉडी मजलिश पार्क मेट्रो प्लांट साइट से बरामद की थी। जबकि तीसरा आरोपी सुरेश राणा वारदात के बाद अपने घर मे ताला लगाकर अपनी पत्नी के साथ मौके से फरार हो गया था।
जहांगीर पुरी थाना पुलिस ने एफआईआर संख्या 538/21 धारा 365/302/201/120बी 34 तहत मामला दर्ज कर दोनो आरोपियों को जेल भेज दिया था। जबकि तीसरा आरोपी सुरेश राणा लगातार फरार चल रहा था।
इस मामले में माननीय न्यायालय सुश्री ऋचा शर्मा, एमएम रोहिणी कोर्ट ने 12 अक्टूबर 2021 में सुरेश राणा को भगौड़ा घोषित किया था। 2 फरवरी 2022 को दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने सुरेश राणा की गिरफ्तारी पर 50 हजार का इनाम घोषित किया था।
लगातार फरार रहने की वजह से मनोज सी डीसीपी क्राइम ब्रांच एसटीएफ स्टार्स सैकंड ने क्राइम ब्रांच की स्टार्स सैकंड की टीम को फरार सुरेश राणा को दबोचने की जिम्मेवारी सौंपी।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर अरविंद कुमार एसीपी क्राइम ब्रांच स्टार्स सैकंड के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच स्टार्स सैकंड के तेज तर्रार इंस्पेक्टर अरुण सिंधु की टीम ने भगौड़े सुरेश राणा पर काम करना शुरू कर दिया। जांच में टीम को पता चला की भगौड़े आरोपी सुरेश राणा ने गिरफ्तारी से बचने के लिए मोबाइल का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है। जांच टीम ने आरोपी के पुराने मोबाईल की काॅल डिटेल को स्कैन किया लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। जांच टीम को आरोपी की पत्नी का पुराना मोबाईल नम्बर मिला। जोकि वारदात वाले दिन से ही बंद था। टीम ने आरोपी की पत्नी के बंद पड़े मोबाइल नंबर का पिछले पांच साल की काॅल डिटेल से एक एक नंबर को स्कैन किया। काॅल डिटेल खंगालने पर हैड कांस्टेबल अवदेश को एक सस्पेक्ट नंबर मिला जोकि आरोपी की पत्नी की एक सहैली का था। सस्पेक्ट नंबर पर टेक्निकल और मैन्युअल तरीके से नजर रखी जाने लगी। आरोपी की पत्नी दिल्ली में एक होटल में कुक का काम करती थी। हैड कांस्टेबल अवदेश ने होटल मैनेजर बनकर सस्पेक्ट नंबर पर काॅल की और आरोपी की पत्नी की सहैली को अपनी बातों में उलझाकर बात निकलवाई की सुरेश राणा अपनी पत्नी के साथ हिमाचल प्रदेश में एक ढ़ाबे पर काम कर रहा है।
इनफार्मेशन कन्फर्म करने के लिए अरविंद कुमार कुमार एसीपी क्राइम ब्रांच स्टार्स सैकंड के नेतृत्व में इंस्पेक्टर अरुण सिंधु ने हिमाचल में स्थानीय मुखबिरों का जाल बिछाया।
टीम को टेक्निकल सर्विलांस और स्थानीय मुखबिरों से पता चला की सुरेश राणा गांव सुल्तानपुर, कुल्लू, हिमाचल प्रदेश में मौजूद है। इनफार्मेशन कन्फर्म होते ही भगोड़े आरोपी सुरेश राणा को दबोचने के लिए अरविंद कुमार, एसीपी क्राइम ब्रांच स्टार्स सैकंड ने इंस्पेक्टर अरुण सिंधु के नेतृत्व में एएसआई मनोज, प्रमोद, हेड कांस्टेबल अनंगपाल, अवदेश और कांस्टेबल मनोज की एक रैडिंग टीम का गठन किया।
5 फरवरी 2022 को क्राइम ब्रांच स्टार सैकंड की टीम कुल्लू हिमाचल प्रदेश पहुंची और छापेमारी कर आरोपी को दबोच लिया। गिरफ्तारी के समय आरोपी एक ढाबे पर काम कर रहा था और उसकी पत्नी भी ढाबे पर ग्राहकों को खाना परोस रही थी।
गिरफ्तार आरोपी सुरेश राणा पुत्र लेफ्टिनेंट तीतर राम, निवासी ग्राम चैलछत्र, जिला मंडी, हिमाचल प्रदेश का रहने वाला है। इसका जन्म चैलछत्र, मंडी, हिमाचल प्रदेश में हुआ था। यह मेट्रो प्लांट, मजलिश पार्क, जहांगीरपुरी दिल्ली में सुरक्षा गार्ड के रूप में कार्यरत था। आरोपी पीड़ित असित का मर्डर करने के बाद अपनी पत्नी के साथ दिल्ली से भाग गया था और अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए मोबाइल रखना बंद कर दिया और कुल्लू हिमाचल प्रदेश के एक ढाबे पर काम शुरू कर दिया।