उमेश कुमार (Umesh Kumar)
गाजियाबाद (Ghaziabad)। साइबर सेल गाजियाबाद (cyber cell ghaziabad) एवं थाना विजयनगर पुलिस के द्वारा सोशल मीडिया पर विदेशी लड़के और लड़कियां बनकर भारतीय लोगों से दोस्ती करके शादी का झांसा देकर भारत घूमने की बात करते हुए महंगे गिफ्ट लाते समय स्वयं को एयरपोर्ट पर पकड़ा जाने की बात बताकर कस्टम विभाग को पैसे देने की बात करते हुए भारतीय लोगों से ठगी करने वाले तीन अभियुक्त गिरफ्तार। जिनमें एक नाइजीरियन है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एसएसपी गाजियाबाद पवन कुमार के द्वारा चलाए जा रहे धोखाधड़ी करने वाले अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान में ऑपरेशन 420 के तहत दिनाक 18 फरवरी 2022 को तीन अभियुक्तों को विजयनगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है और आगे आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
अभियुक्तों ने पूछताछ के दौरान बताया कि यह लोग विदेशी लड़कियां और लड़कों की प्रोफाइल सोशल मीडिया पर बनाकर भारतीय लोगों से दोस्ती करके उन्हें शादी का झांसा देकर भारत घूमने की बात कर भारत आते समय एयरपोर्ट पर महंगे गिफ्ट के साथ कस्टम विभाग द्वारा पकड़े जाने पर पैसे देने की बात करते हुए भारतीय लोगों से ठगी करते हैं। यह लोग गरीब जनता को पैसे का लालच देकर उनके फर्जी आधार कार्ड तैयार करके उसे फर्जी आईकार्ड पर सिम लेकर तथा बैंक में खाता खुलवा कर लोगों को कॉल करके विदेशी डॉक्टर या इंजीनियर या खुद को बिजनेसमैन बता कर भारत की भोली भाली जनता से ठगी करते हैं।
इन अभियुक्तों की पहचान एका डिडियर पुत्र एका शिप्रा जो की नाइजीरिया का रहनेवाला है और और भारत में नियर टूटी हुई दीवार के पास डी 315 कृष्णा पार्क सेकंड फ्लाईओवर साउथ दिल्ली, अरविंद वर्मा पुत्र स्वर्गीय स्व सर्वनंद सागर निवासी 405 सृष्टि अपार्टमेंट सावेरी अपार्टमेंट नोएडा। और प्रिंस पाण्डेय पुत्र संजय पाण्डेय निवासी वृंदावन कॉलोनी सवेरी नोएडा के रूप में हुई है।
नाइजीरियन अभियुक्त लड़का लड़की दोनों की आवाज बदलने में माहिर है। यह गैंग का मुख्य सदस्य हैं जो कि अप्रैल 2019 में 6 माह के वीजा पर भारत आया था। उसके बाद से यह छुपकर दिल्ली में रह रहा था। पूर्व में यह उत्तराखंड पुलिस द्वारा भी जेल भेजा जा चुका है यह इंटरनेट के माध्यम से सोशल मीडिया पर भारतीय लोगों से मुलाकात कर ठगी का कार्य करता है। एटीएम से पैसे निकालने का कार्य भी इसी का है ।93 प्रतिशत हिस्सा अपने पास रखता है।
अरविंद वर्मा का मुख्य कार्य गरीब जनता को तलाश कर उनके फर्जी आधार कार्ड तैयार कर बैंक का खाता खुलवाना तथा सिम उपलब्ध कराना है। यह ठगी में से 7 प्रतिशत की हिस्सेदार हैं। यह लोगों को अपने नाम से खाता खुलवाने के बदले उन्हें ₹3000 देता था।
प्रिंस पांडेय जो कि 12वीं पास है इसका मुख्य कार्य जनता को तलाश कर फर्जी आधार कार्ड तैयार करना उनका बैंक खाता खुलवाना बैंक के एटीएम नाइजीरियन तक पहुंचाने का कार्य करता था।
इन लोगों के पास 32 एटीएम कार्ड, पांच मोबाइल फोन, चार रेंट एग्रीमेंट, एक वीजा की छाया प्रति, एक पासपोर्ट की छाया प्रति एक चेकबुक , एक आधार कार्ड की छाया प्रति, दो पासबुक बरामद हुई है।
इन तीन शातिर अपराधियों को साइबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक सुमित कुमार उप निरीक्षक अंगद सिंह थाना विजयनगर हेड कांस्टेबल सुभाष साइबर सेल हेड कांस्टेबल नीरज राठी के द्वारा गिरफ्तार किया गया है।