सरकार के उच्चाधिकारियों के आश्वासन पर 1 सप्ताह के लिए स्थगित हुई महापंचायत, लोगों पर लाठीचार्ज की विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने बताया निंदनीय, प्रधानमंत्री के नाम सौंपा गया 4 मांगों का पत्र ( Mahapanchayat postponed for 1 week on assurance of senior government officials, MLA Nandkishore Gurjar called the lathicharge on people reprehensible, a letter of 4 demands was submitted to the Prime Minister)
10/13/2024
0
गाजियाबाद। डासना मंदिर पर हुए हमले के विरोध में हिन्दू संगठनों और साधु संतों द्वारा रविवार को डासना मंदिर में बुलाई गई महापंचायत हजारों की संख्या में तैनात पुलिस प्रशासन के द्वारा जगह-जगह बेरिकेडिंग कर नहीं पहुंचने दिया गया। वहीँ कुछ जगह डासना मंदिर पहुंच रहे लोगों व महिलाओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और साधु संतों को गालियां देते हुए वीडियो भी वायरल है। वहीँ रविवार सुबह से ही आधा दर्जन राज्यों से विभिन्न संगठनों के लोगों, दर्जनों महामंडलेश्वर, साधु संतों व डासना के आसपास से आम नागरिकों ने महापंचायत में पहुंचना शुरू ही किया था कि पुलिस ने जगह-जगह बेरिकेडिंग कर लोगों को मंदिर नहीं पहुंचने दिया। वहीं दर्जनों पार्षदों को उनके घर पर नजरबन्द किया गया। विधायक नंदकिशोर गुर्जर को भी मंदिर नहीं पहुंचने दिया गया तो विधायक ने मंदिर के पास ही हजारों लोगों की उपस्थिति में महापंचायत शुरू कर दी।
डासना मंदिर पर हमले के बाद मंदिर पर आयोजित पंचायत में शांतिपूर्ण तरीके से जा रहे लोगों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया जिसमें दर्जनों लोगों को चोटें आई है वहीं महिलाओं के कपड़े तक फट गए है। मंदिर में लोगों को जाने से रोकने के बाद मंदिर के बाहर हुई महापंचायत की अध्यक्षता आस्था मां ने की अध्यक्षता में आयोजित महापंचायत का संचालन वेद नागर, महापंचायत को नंदकिशोर गुर्जर, यतेंद्र नागर, मनुपाल बंसल आदि ने संबोधित किया।
पंजाब से सैकड़ों समर्थको के साथ पहुंचे *शिवसेना हिंदुस्तान के अध्यक्ष पवन गुप्ता ने कहा जेहादियों द्वारा किया गया हमला बहुत ही निंदनीय है ऐसे लोगों पर कठोर कार्यवाही होनी थी लेकिन अभी तक नहीं हुई इसी विषय पर महापंचायत थी। हमें 1 सप्ताह का समय दिया गया है इसके बाद पुनः महापंचायत में तय किया जाएगा कि आगे की लड़ाई कैसे लड़नी है? डासना मंदिर पर हमला भारत की संस्कृति और आस्था पर हमला है। इसका जवाब मोहतोड़ दिया जाएगा। साध्वी आस्था माँ ने कहा कि लखनऊ से उच्चाधिकारियों ने हमें भरोसा दिया है कि जल्द मामलें में कठोर कार्यवाही की जाएगी, मंदिर की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा इसके बाद हमें 1 सप्ताह का उन्हें समय दिया है इसके बाद बैठक कर आगे की योजना बनाई जाएगी। हमारी आस्था पर किये गए हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वहीँ विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा मैं कल भी पूजा करने आया था आज भी मंदिर में पूजा करने जा रहा था, साधु संतों के आमंत्रण पर मैं महापंचायत में पहुंचा था लेकिन जिस पुलिस ने डासना मंदिर पर पथराव को रोक नहीं पाई एक लाठी तक नहीं चला पाई, आज शांतिपूर्ण रूप से महापंचायत में जा रहे लोगों पर लाठियां बरसा रही है सिर्फ वायसराय के कहने पर। यह अधिकारी पूरे जिले को जलाना चाहते है जिलाधिकारी के साथ बैठक में जब सारी चीज़ें व्यवस्थित हो गई उसके बाद इस अधिकारी ने मीटिंग से निकलने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया जिसने इस महापंचायत में लोगों को आने पर मजबूर किया है। साथ ही विधायक ने कहा आज माँ भगवती के भक्त जो पंचायत में आ रहे थे उन्हें गिरफ्तार किया गया है इन्हें तत्काल छोड़ा जाए।* महापंचायत में निम्नलिखित मांग रखी गई।
1. भारत में मौजूद 10 करोड़ से अधिक रोहिंगयाओं और बांग्लादेशी मुसलमानों को चिन्हित कर तुरन्त देश से भगाया जाए। इन लोगों को विपक्ष के द्वारा वोटबैंक बनाकर दिल्ली व आसपास के क्षेत्रों में बसाया गया है।
2. डासना मंदिर पर हमले के आरोपी पर एनएसए के तहत कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
3.मंदिरों पर होने वाले हमलों को रोकने के लिए देशभर के लिए कठोर कानून बनें और दोषियों को फास्टट्रैक कोर्ट में सज़ा सुनिश्चित की जाए।
4. जिलाधिकारी के साथ प्रतिनिधिमंडल की बैठक . के बाद मामला सुलझ गया था लेकिन प्रतिनिधिमंडल के लोगों के बाहर निकलते उनपर मुकदमा दर्ज करने का आदेश देने वाले कमिश्नर ओर मुकदमा दर्ज हो, यह विपक्ष के इशारे पर कार्यवाही कर सरकार को बदनाम करने का कार्य कर रहे है।
Tags
अन्य ऐप में शेयर करें