55 लाख रुपए कीमत की अफीम सहित एक अन्तर्राज्यीय तस्कर गिरफ्तार। ( An interstate smuggler arrested with opium worth Rs 55 lakh.)
8/31/2024
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गाजियाबाद। क्राइम ब्रांच पुलिस कमिश्नरेट गाज़ियाबाद द्वारा झारखण्ड से तस्करी कर लाई जा रही लगभग 55 लाख रुपए कीमत की 2.160 किलोग्राम अफीम सहित एक अन्तर्राज्यीय तस्कर गिरफ्तार।
दिनांक- 30/08/24 को क्राइम ब्रान्च पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद द्वारा सर्विस रोड रेलवे स्टेशन मुरादनगर थाना मुरादनगर क्षेत्र से झारखण्ड से तस्करी कर लाई जा रही 2.160 किलोग्राम अफीम सहित 01 अन्तर्राज्यीय तस्कर को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की गई है। अफीम तस्कर से बरामद 2.160 किलोग्राम अफीम की कीमत अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में लगभग 55 लाख रूपये है।
पूछताछ पर अभियुक्त राहुल कुमार डांगी ने बताया कि वह झारखण्ड के चतरा जिला का रहने वाला हैं और 12वी पास है तथा ग्राम में खेतों में मजदूरी तथा ट्रैक्टर पर ड्राईवरी का काम करता था पूरे दिन काम के बाद सिर्फ 300रू0 मिलते थे कभी काम होता था कभी नहीं होता था जिससे परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था इसी बीच उसकी मुलाकात उसके हजारी बाग चतरा झारखण्ड के रहने वाले प्रीतम से हुई जो उसके स्कूल का दोस्त था प्रीतम ने उसे बताया कि अफीम को दिल्ली एन0सी0आर0, हरियाणा व पंजाब में ले जाकर देने पर प्रति चक्कर रू0 20,000/- मिलेंगे इस पर राहुल उपरोक्त तैयार हो गया और एक दो बार किसी दूसरे व्यक्ति के साथ पंजाब व हरियाणा आकर सप्लाई किया जिसमें प्रति चक्कर उसे रू0 20,000/- मिले। इसके बाद राहुल उपरोक्त स्वयं अवैध अफीम की तस्करी झारखण्ड से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब व दिल्ली एन0सी0आर0 मे जाकर करने लगा इस काम में उसको काफी फायदा होने लगा । अभियुक्त राहुल कुमार डांगी ने बताया कि उसे अफीम की जितनी डिमाण्ड मिलती है उतना ही माल लेकर वह बस व ट्रेन से बदल-बदल कर अलग-अलग रूट से आता हैं, जिस व्यक्ति को माल देना होता है उससे डिलिवरी देने की जगह राहुल पहले ही तय कर लेता हैं कि माल कहाँ, कब और कितने बजे देना है। जब राहुल उपरोक्त माल लेकर चलता हैं तो किसी से सम्पर्क नही करता जब तक कि माल को तयशुदा जगह पर जिसको डिलीवरी देनी है उसे पंहुचा न दें। इस बार माल की डिलिवरी गाजियाबाद में देने की बात हुई थी । पूछताछ पर यह भी बताया कि वह पिछले कुछ समय से दिल्ली एन0सी0आर0 क्षेत्र में अफीम की माँग बढी है। यह काम वह पिछले 01 वर्ष से यह काम कर रहा हैं एवं कई बार माल पंहुचा चुका हैं मादक पदार्थो की तस्करी मे कम समय में ज्यादा फायदा होता है, जिससे राहुल अपने शौक व घर के खर्चे पूरा करता हैं।
अभियुक्त से पूछताछ पर मादक पदार्थों के बिक्री व तस्करी करने वाले अपराधियों के सम्बन्ध में कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। जिसके आधार पर टीमें बनाकर माल बरामदगी व गिरफ्तारी हेतु दबिशें दी जा रही हैं।
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