एसडीएम लोनी को भाजपा जिला उपाध्यक्ष पं ललित शर्मा ने जलभराव को लिखा पत्र, कहा जलभराव पर चैयरमेन और अधिशासी अधिकारी के विरोधाभासी पत्र से जनता में है भारी आक्रोश, लोनी नगरपालिका में भ्रष्टाचार युग की वापसी चाहती है लोनी चैयरमेन, सीज किये जाते वित्तीय अधिकार - KJHTEJ
लोनी। भाजपा जिला उपाध्यक्ष किसान मोर्चा पं ललित शर्मा ने सोमवार को लोनी एसडीएम को पत्र लिखकर षड्यंत्र के तहत जलभराव की आशंका जताई। पत्र में लोनी में जलभराव से हुए जनता के नुकसान और नगरपालिका ईओ एवं चैयरमेन द्वारा बजाय जिम्मेदारी तय करने के विरोधाभासी पत्र से सरकार की हो रही किरकिरी की ओर ध्यान इंगित करवाया। पण्डित ललित शर्मा ने पत्र में कहा कि लोनी नगरपालिका की लापरवाही के कारण लोनी नगरपालिका क्षेत्र में जलभराव से लोगों के घर में पानी भरने से उनका बहुत भारी नुकसान हुआ है एवं दिल्ली सहारनपुर मार्ग के टूटने से करोड़ों रूपए के सरकारी धन का भी नुकसान हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल दो पत्र लोनी की देवतुल्य जनता ने पढ़ा है जोकि नगरपालिका चैयरमेन व अधिशासी अधिकारी के द्वारा जारी किया गया है। पहले पत्र में अधिशासी अधिकारी जलभराव के लिए जल निगम को दोषी ठहरा रहे है तो वहीं दूसरे पत्र में इसी समस्या के लिए चैयरमेन ने सफाई कंपनी को दोषी ठहराते हुए कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की बात तक कह रही है। इन दोनों विरोधाभाषी पत्रों को पढ़कर जनता स्वंय को ठगा हुआ महसूस कर रही और जनता की नजर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की सरकार की छवि धूमिल हो रही है और लोगों में भारी आक्रोश है। मैं किसी सरकारी कंपनी या किसी अन्य के पक्षधर नहीं हूं लेकिन विश्वस्त सूत्रों के अनुसार ज्ञात हुआ है कि वर्तमान चैयरमेन ने अपने पति व पूर्व चैयरमेन की सामुहिक दुष्कर्म मामले में जमानत के लिए सफाई कंपनी से 25 लाख रूपए की मांग की थी लेकिन कंपनी द्वारा कम धनराशि दिए जाने के कारण बौखलाहट में सफाई कंपनी जिसने सफाई में अच्छा कार्य किया, लोगों के घरों से कूड़ा उठना शुरू हुआ और लोनी में कूड़े के ढेर भी खत्म किए जो पहले कभी नहीं हुआ क्योंकि पूर्व में सफाई के नाम पर खानापूर्ति भर होती थी, पर अकारण जुर्माना लगाकर उसे जलभराव के लिए दोषी ठहराकर ब्लैकलिस्ट करने को कहा है। अधिशासी अधिकारी द्वारा वस्तुस्थिति स्पष्ट करते हुए जलनिगम को जलभराव को दोषी ठहराते हुए पत्र जारी किया तो पूर्व एवं वर्तमान चैयरमेन ने उन्हें भी फटकार लगाई है। साथ ही अधिशासी अधिकारी पर दबाव बनाते हुए मौजूदा कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर खुद की कंपनी लाने को कहा है जिसका संचालन चैयरमेन अपनी मर्जी के अनुसार पूर्व की तरह कर सकें जो सफाई के नाम पर खानापूर्ति करें और प्रतिमाह 90 लाख का भ्रष्टाचार सफाई के नाम पर और 300 करोड़ पुनः लोनी की जनता का लूटने का खेल चैयरमेन द्वारा शुरू किया जा सकेें, यह तथ्य लोकायुक्त द्वारा प्रमाणित भी है। अधिशासी अधिकारी ने भी इनके दबाव में आकर बिना कंपनी को नोटिस दिए जुर्माना लगा दिया। अब चैयरमेन द्वारा यह कहते हुए अधिशासी अधिकारी पर दबाव बनाया जा रहा है कि अगर सफाई कंपनी पर और अधिक जुर्माना लगाकर ब्लैकलिस्ट नहीं किया तो किसी भी निर्माण, भुगतान व टेंडर संबंधित फाइल पर चैयरमेन हस्ताक्षर नहीं करेगी। मैं दोनों पत्र भी संलग्न कर रहा हूं। भाजपा नेता ने पूरे प्रकरण व जलभराव की निष्पक्ष जांच कर वर्तमान चैयरमेन के वित्तिय अधिकार सीज कर प्रशासन नियुक्त करने की मांग की जिससे लोनीवासियों को नरकीय जीवन जीने से मुक्ति मिल सकें और प्रदेश सरकार की छवि को धूमिल होने से बचाया जा सकें। वहीं पंडित ललित शर्मा ने कहा कि चैयरमेन पुनः लोनी नगरपालिका में भ्रष्टाचार युग लाना चाहती है लेकिन लोग समझ चुके है और विधानसभा की तरह इनकी इस बार नगरपालिका में भी ज़मानत जब्त करवाने का मन बना चुकी है।