दिल्ली ( Delhi)।दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पहली बार माना है कि पंजाबी गायक व कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का मास्टरमाइंड गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ही है। पुलिस अधिकारियों ने दावा किया है कि लॉरेंस से पूछताछ के बाद पता चला है कि काफी लंबे समय से मूसेवाला की हत्या की योजना बनाई जा रही थी। लॉरेंस से पूछताछ और सबूतों के आधार पर पुलिस ने खुलासा किया है कि हत्याकांड में शामिल रहे पांच आरोपियों की पहचान कर ली गई है। इसी कड़ी में जांच करते हुए मंगलवार से स्पेशल सेल की टीम महाराष्ट्र के पुणे में मौजूद थी। लेकिन स्पेशल सेल के वरिष्ठ अधिकारियों ने अभी हत्या का कारण बताने से इंकार कर दिया है।
बुधवार की देर शाम दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पत्रकार वार्ता कर साफ कर दिया कि मूसेवाला की हत्या गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई व कनाडा में बैठे उसके साथी सतिंदर सिंह उर्फ गोल्डी बरार ने ही कराई है। इनके आठ शूटरों ने गत 29 मई को रेकी करने के बाद मूसेवाला की हत्या कर दी। हत्यारे तीन वाहनों में सवार थे।
सिद्धू मूसेवाला के अपने घर से निकलते ही हत्यारों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया था। शूटरों को पता लग गया था कि सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा कम कर दी गई है तभी उन्हें निशाना बनाया गया।
स्पेशल सेल के विशेष आयुक्त एचजीएस धालीवाल ने बताया कि पंजाब में पहले हुई वारदातों को सुलझाने में कई बार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अहम भूमिका निभाई थी। दिल्ली पुलिस लगातार संगठित अपराध और गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई करती रहती है। इसी के तहत पुलिस मूसेवाला हत्याकांड की जांच में जुटी है। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से जुड़ी तस्वीरें सामने लाने में भी स्पेशल सेल की अहम भूमिका रही।
स्पेशल सेल दिल्ली की टीम ने सबसे पहले अंतराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी संदीप नंगल अंबिया व युवा अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा आदि की सेम मोडस ऑपरेंडी से की गई हत्या में गिरफ्तार शूटरों से की गई पूछताछ और जाँच रिपोर्ट के आधार पर मूसेवाला की हत्या में शामिल आठ शूटरों में से पांच शूटरों की पहचान स्पेशल सेल ने की है।
उनके बारे में विस्तृत जानकारी पंजाब पुलिस से साझा कर दी गई है।
दिल्ली पुलिस के इनपुट पर दिनांक सात जून को महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच ने महाकाल उर्फ सिद्देश हिरामल को गिरफ्तार किया। महाराष्ट्र पुलिस ने महाकाल को एक मामले में मकोका के तहत गिरफ्तार किया है। इसके बाद मुंबई पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए 13 दिन की पुलिस रिमांड पर ले लिया। मुंबई पुलिस के बाद पंजाब पुलिस उसे रिमांड पर लेगी। दिल्ली पुलिस का दावा है कि महाकाल मूसेवाला हत्याकांड में शामिल एक शूटर का बेहद करीबी है। लेकिन वो मूसेवाला की हत्या और शूटिंग में शामिल नहीं था। उनके साथ मिलकर सिधेश पंजाब हरियाणा आदि राज्यों में 25 से अधिक हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी वसूलने आदि संगीन आपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुका है। स्पेशल सेल के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक सिधेश हिरामल कांबले पुणे का रहने वाला है। कई साल पहले इसने लारेंस गैंग ज्वाइन किया था। इसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
माना जा रहा है कि महाकाल की गिरफ्तारी से मूसेवाला हत्याकांड में अहम जानकारियां मिल सकती हैं।
मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी गोल्डी बरार द्वारा लेने के बाद स्पेशल सेल को लारेंस पर शक गहरा गया था। इससे सेल ने तिहाड़ जेल में बंद लारेंस को 31 मई को पहले पांच दिन की रिमांड पर लेकर उससे कड़ी पूछताछ की। उसे कई राज्यों में ले जाकर जांच की गई। पांच जून को लारेंस को दोबारा पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया। सेल का कहना है कि एक माह पहले भी सेल ने जब दो लाख के इनामी लारेंस के शूटर शाहरूख समेत तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया था तब पूछताछ में उसने बताया था कि गोल्डी व लारेंस ने उसे मूसेवाला की हत्या करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। उसने तीन बदमाशों के साथ मूसेवाला के घर की रेकी भी की थी। उनकी सुरक्षा में चार पुलिसकर्मी व सुरक्षाकर्मियों के पास एके 47 होने के कारण वारदात को अंजाम देने से पीछे हट गया था ओर लारेंस को पहले एके 47 उपलब्ध कराने को कहा था।
सेल का कहना है कि लारेंस पहले हत्या में उसके शूटरों के शामिल होने की बात से इंकार करता रहा। बाद में सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। जिसके बाद सेल की चार टीम ने हत्या में शामिल शूटरों की तलाश में कई राज्यों में छापेमारी की। जिसके बाद मंगलवार को उन्हें सफलता मिली। लारेंस से अब गत दिनों मुंबई में अभिनेता सलमान खान व उनके पिता सलीम खान को दोबारा धमकी दिए जाने के मामले में भी पूछताछ की जा रही है। लारेंस 2018 में भी सलमान खान को काला हिरण को मारने के मामले में धमकी दे चुका है।