दिल्ली (KJHTEJ)।दक्षिणपूर्व जिलेे की स्पेशल स्टाफ टीम ने एक ऐसे स्नैचर को दबोचा है जो मात्र दसवीं पास करने के बाद छोटी मोटी कंपनियों में नौकरी या अपना खुद का कोई कारोबार करने की बजाए मल्टी नेशनल कंपनियों में लाखों के सैलरी पैकेज की नौकरी के सपने देखने लगा लेकिन काफी समय तक किसी बड़ी कंपनी में नौकरी न मिलने से नशे का आदी हो गया और अपनी नशे की लत को पूरा करने के लिए ओखला और पुल प्रह्लाद पुर इलाके में पैदल चलने वाले राहगीरों से मोबाइल स्नैचिंग की वारदातों को अंजाम देने लगा। आरोपी की पहचान तुगलकाबाद गांव निवासी 22 वर्षीय दीपांशु उर्फ काले के रूप में हुई है। आरोपी से चोरी के मोबाईल सस्ते दामों में खरीदकर और फिर उन्हें अच्छे दामों पर बेचने वाले पुल प्रह्लादपुर निवासी 21 वर्षीय आकाश उर्फ अक्कू को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनकी गिरफ्तारी के साथ ही इनके पास से पांच मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। इसके अलावा झपटमारी के छह मामले भी सुलझ गये हैं।
दक्षिणपूर्व में मोबाइल स्नैचिंग करने वाले एक गैंग ने आंतक मचा रखा था। यह गैंग राह चलते लोगो खासतौर पर महिलाओं को टारगेट करके मोबाइल चोरी की वारदातों को अंजाम देता था।
दक्षिणपूर्व जिले की डीसीपी ऐशा पांडे का ‘ऑपरेशन संरक्षण’ के तहत अपने जिले में क्रिमिनलों को क्लियर व कड़ा मैसेज है की क्राइम छोटा हो या बड़ा क्रिमिनलों को किसी भी कीमत पर बक्शा नहीं जायेगा। क्रिमिनल अपने दिमाग से गलतफहमी निकाल देंगे की अपराध करके वो बच जायेगें। क्राइम को अंजाम देने वाले क्रिमिनल के साथ साथ क्राइम में क्रिमिनल की मदद करने वाले किसी को भी बक्शा नहीं जायेगा।
दक्षिणपूर्व जिले की डीसीपी ऐशा पांडे ने ‘ऑपरेशन संरक्षण’ के तहत पुल प्रहलादपुर और ओखला इलाके में मोबाइल स्नैचिंग की वारदातों पर अंकुश लगाने और आरोपियों को जल्द से जल्द दबोचने का काम मनोज सिन्हा एसीपी ऑपरेशन की देखरेख व इंस्पेक्टर ऐशविर सिंह स्पेशल स्टाफ दक्षिण पूर्व जिला के नेतृत्व में एसआई फूल सिंह, एएसआई राजबीर, एएसआई श्यामवीर, हेड कांस्टेबल पवन, कांस्टेबल प्रवेश और कांस्टेबल विपिन की एक टीम को सौंपा।
इंस्पेक्टर ऐशविर सिंह की टीम ने सबसे पहले ओखला, बदरपुर, पुल प्रहलादपुर, तुगलकाबाद व सरिता विहार में सक्रिय मोबाइल चोरों के बारे में जानकारियां इकट्ठा कर उन पर निगरानी शुरू की और साथ ही मुखबिरों का जाल बिछा दिया। स्पेशल स्टाॅफ की एक टीम दक्षिणपूर्व जिले से चोरी हुये मोबाईलो की आईएमईआई नंबर को सर्विलांस पर लगाकर नजर रखने लगी।
एसआई फूल सिंह ओखला व पुल प्रहलादपुर इलाको में जिस जगाहों से मोबाईल स्नैचिंग की वारदातें हुई थी उन जगाहों के सीसीटीवी कैमरे खंगालने में लगे हुए थे।
इंस्पेक्टर ऐशविर सिंह को मुखबिरों से टिप मिली की पुल प्रह्लादपुर निवासी आकाश उर्फ अक्कू की अपनी कोई मोबाईल की दुकान नहीं है और न ही कोई नौकरी करता है लेकिन पुराने फोन वो भी बिना बिल के चोरी छुपे बेचने का धंधा करता है।
इंस्पेक्टर ऐशविर सिंह के कहने पर मुखबिर ने सस्पेक्ट से संपर्क कर पुराना मोबाईल खरीदने की इच्छा जाहिर की। सस्पेक्ट ने पुलिस के मुखबर को एक मोबाईल दिखाया। लेकिन मुखबिर ने सस्पेक्ट को कोई दूसरा मोबाईल दिखाने को कहा। सस्पेक्ट ने मुखबिर से कहा की उसके पास तो अभी यही है लेकिन उसके दूसरे साथी के पास कई सारे फोन है उसमें से पसंद कर लेना। सस्पेक्ट ने दिनांक सात मई 2022 को जैतपुर मोड़ पर मोबाईल दिखाने की बात कही।
मुखबिर की सूचना पर इंस्पेक्टर ऐशविर सिंह की टीम ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में बदरपुर के जैतपुर मोड़ के पास जाल बिछाया।
कुछ देर बाद टीम ने देखा कि बदरपुर की ओर से एक व्यक्ति आ रहा है। सस्पेक्ट ने उसकी ओर इशारा किया और मुखबिर को बताया कि उसका दोस्त आ गया है जो भी फोन पसंद करना हो जल्दी कर लेना। जैतपुर मोड़ अंडरपास के पास सस्पेक्ट के दोस्त ने मुखबिर को कुछ फोन दिखाए। मुखबिर के इसारा करने पर टीम ने तुरंत दोनों को मौके पर ही दबोच लिया। तलाशी लेने पर उनके पास से पांच मोबाइल फोन बरामद हुए। बरामद मोबाइल के मालिकाना हक के बारे में पूछने पर वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।
जिपनेट पर जांच के बाद बरामद मोबाइल फोन में से दो थाना ओखला क्षेत्र से और एक बरामद मोबाइल फोन थाना पुल प्रह्लादपुर के क्षेत्र से छीना पाया गया।
पूछताछ करने पर आरोपियों की पहचान तुगलकाबाद गांव निवासी 22 वर्षीय दीपांशु उर्फ काले पुत्र चरण और पुल प्रह्लादपुर निवासी 21 वर्षीय आकाश उर्फ अक्कू पुत्र बिजेंद्र के रूप में हुई। पूछताछ के दौरान इन लोगों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इनकी गिरफ्तारी के साथ इनके कब्जे से पांच मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। शेष मोबाइल फोन को जोड़ने के लिए मामले की आगे की जांच जारी है।
लगातार पूछताछ पर आरोपी दीपांशु उर्फ काले ने बताया की वो दसवीं पास है लेकिन उसे लगता था की छोटी मोटी नौकरी करके उसका समय खराब होगा इसलिए मल्टी नेशनल कंपनियों में लाखों के सैलरी पैकेज की नौकरी के सपने देखने लगा लेकिन मात्र दसवीं पास होने की वजह से उसे अच्छी सैलरी पैकेज की नौकरी नहीं मिल रही थी जिसके चलते उसे नशे की लत पड़ गई और अपनी नशे की लत को पूरा करने के लिए मोबाईल स्नैचिंग की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया। आरोपी ने बताया कि वह अपने सहयोगियों के साथ थाना ओखला और थाना पुल प्रह्लाद पुर के क्षेत्र में पैदल चलने वाले राहगीरों से मोबाइल फोन छीनता था।
इसके अलावा आरोपी से चोरी के मोबाईल खरीदने वाले आकाश उर्फ अक्कू ने खुलासा किया कि वह उन छीने गए मोबाइल फोनों को आरोपी दीपांशु से कम कीमत पर खरीदता था और फिर उन्हें अच्छे दामों पर बेचता था।